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विभिन्न कारण बताकर ३.९० लाख का लगाया था चुना
अमरावती प्रतिनिधि/दि. ९ – सिटी कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र के तांत्रिक शिक्षण सहकारी पतसंस्था मर्यादित अमरावती में कार्यरत पूर्व सचिव पी.एस.भीसे ने विभिन्न कारण बताकर संस्था व सदस्यों को करीब ३ लाख ९० हजार रुपए का चुना लगाकर धोखाधडी की. लेखा परिक्षक विश्वास कोकाटे की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने भीसे के खिलाफ धोखाधडी का अपराध दर्ज कर आज आरोपी भीसे को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया. अदालत ने आरोपी को तीन दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये हेै, इस मामले में बडा पर्दाफाश होने की उम्मीद पुलिस को है. पी.एस.भीसे (६३, योगीराज अपार्टमेंट, परांजपे लेआउट कैम्प) यह दफा ४०९, ४२० के तहत नामजद करने के बाद गिरफ्तार किये गए पूर्व सचिव आरोपी का नाम है. सहकारी संस्था श्रेणी-१ लेखा परीक्षक विश्वास विलास कोकाटे (५०) ने सिटी कोतवाली पुलिस थाने में दी शिकायत के अनुसार १ अप्रेैल २०१६ से ३१ मार्च २०१९ के बीच का तांत्रिक शिक्षण कर्मचारी सहकारी पतसंस्था का लेखा परिक्षण किया. इसके लिए जिला उपनिबंधक के आदेश मिले थे. इस परिक्षण में पूर्व सचिव पी.एस.भीसे ने पतसंस्था के दस्तावेजों में हेराफेरी कर रुपए निजी उपयोग में लेकर धोखाधडी की है. उन्होंने बताया कि भीसे ने नये संचालक मंडल की ओर अंतिम हिसाब की रकम ३ हजार रुपए हस्तांतरित न करते हुए खूद रख ली. इसी तरह ६ सदस्यों के कर्ज खाते की रकम ५६ हजार ३६७ रुपए आरक्षित निधि को गैर कानूनी खर्च दिखाकर खर्च किया, वी.वी.रिटे को कर्ज खाता निरंक होने के बारे में प्रमाणपत्र दिया. परंतु रिटे ने भरी रकम १ लाख ९१ हजार ६८३ रुपए कर्ज खाते में जमा न करते हुए वह रकम भी हडप ली. ऐसे ही ताले ने कर्ज खाता बंद किया. उन्हेें बकाया रकम ३९ हजार ९९९ रुपए वापस देना जरुरी था मगर वह रकम वापस न देते हुए जमा खर्च का रिकॉर्ड हस्तांतरित किया नहीं, इससे वह रकम खूद उपयोग कर ली, ऐसा स्पष्ट हुुआ. आर.एल.कान्हे का ५० हजार रुपए कर्ज मंजूर किया. यह कर्ज राणे के चेक क्रमांक २९६८५७ व्दारा ५० हजार रुपए उठाकर खूद खर्च कर लिया. डी.के.सारवन के नाम पर रहने वाली ४ हजार ५०० रुपए की रकम खूद के नाम डाल ली. वी.आर.मोहरिल को ५० हजार रुपए कर्ज मंजूर कर ४५ हजार रुपए का चेक जावरकर को अदा किया, ऐसे कुल ३ लाख ९० हजार ५४९ रुपए की भीसे ने हेराफेरी कर धोखाधडी की. इस शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर कोतवाली पुलिस ने आरोपी सचिव पुरुषोत्तम भीसे को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. अदालत ने आरोपी को तीन दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है.