पूर्व विद्यार्थी संघ ने पीडीएमसी को दी 4.21 लाख की सहायता
कॉलेज व अस्पताल के लिए विविध वैद्यकीय साहित्य प्रदान
-
अधिष्ठाता डॉ. अनिल देशमुख का भी किया सत्कार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१८ – वर्ष 1984 में स्थापित डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति मेडिकल कॉलेज से उत्तीर्ण हुए कई विद्यार्थियों ने वैद्यकीय सहित शैक्षणिक व सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है. साथ ही पूर्व विद्यार्थी संघ के जरिये महाविद्यालय के सभी भूतपूर्व छात्र-छात्राएं आज भी अपने कॉलेज के साथ जुडे हुए है और जीवन में सफलता हासिल करने के साथ-साथ प्रतिवर्ष अपने महाविद्यालय को किसी न किसी रूप में सहायता उपलब्ध करवाते है. इसी परंपरा के तहत महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी संघ के सदस्यों द्वारा कॉलेज को करीब 4 लाख 21 हजार रूपये मूल्य के वैद्यकीय उपकरण प्रदान किये गये. जिनमें म्युकर मायकोसिस से संक्रमित मरीजों के नाक की शल्यक्रिया में प्रयुक्त होनेवाली कार्ल स्टोर्स कंपनी की दूरबीन, कैमेरा व एलईडी लाईट सहित विभिन्न साहित्य का समावेश रहा.
पूर्व विद्यार्थी संघ की अध्यक्षा डॉ. आभा लाहोटी व सचिव डॉ. नीरज मुरके ने कई पूर्व विद्यार्थियों की उपस्थिति में यह तमाम साहित्य महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए. टी. देशमुख को प्रदान किया. साथ ही इस समय डॉ. ए. टी. देशमुख का पूर्व विद्यार्थी संघ द्वारा भावपूर्ण सत्कार किया गया. जिसके लिए महाविद्यालय की ओर से डॉ. देशमुख ने पूर्व विद्यार्थी संघ का समय-समय पर महाविद्यालय की सहायता हेतु आगे आने के लिए आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर कॉलेज के पूर्व छात्र डॉ. दिनेश ठाकरे का आयएमए अमरावती के अध्यक्ष पद पर नियुक्ती होने हेतु सत्कार किया गया. इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ. पद्माकर सोमवंशी, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वसंत लुंगे, पूर्व विद्यार्थी संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. निलेश बारब्दे, डॉ. राजेश बूब, आयएमए अमरावती के सचिव डॉ. संदीप दानखडे, डॉ. दिनेश वाघाडे, डॉ. जयप्रकाश बनकर, डॉ. स्वप्नील शिरभाते, डॉ. निलीमा ठाकरे, डॉ. शिल्पा इंगले, डॉ. प्रसाद तोरकडी, डॉ. भूपेश भोंड, डॉ. मेघा गुल्हाने, डॉ. नरेंद्र इंगोले, डॉ. लक्ष्मीकांत कुटेमाटे तथा किशोर इंगले व आचल बोरकर उपस्थित थे. इस समय डॉ. ए. टी. देशमुख, डॉ. पद्माकर सोमवंशी व डॉ. दिनेश ठाकरे ने रूग्णसेवा हेतु पूर्व विद्यार्थी संघ को पांच-पांच हजार रूपये का सहयोग प्रदान किया. साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के दिवंगत शिक्षकों, विद्यार्थियों व कर्मचारियों को श्रध्दांजलि अर्पित की गई.