अमरावती/ दि. 28-फल फसल बीमा योजना में जिले के चार फर्जी किसान खातेदारों का समावेश रहने की बात प्रकाश में आयी है. कुछ जिलों में ऐसे ही मामले उजागर होने से कंपनी स्तर पर इस बाबत जांच की गई. इसमें तकनीकी गलती रहने की जानकारी कृषि विभाग ने दी है.
पिछले सत्र में कुछ खातेदारों को कल्पना न रहते भोगवटदार तैयार कर योजना में शामिल कर भरपाई देने के मामले उजागर हुए है. मूल खातेदारों को इसकी कोई भी जानकारी न रहने की बात जांच में सामने आने से कृषि आयुक्त सुनील चव्हाण के 25 जनवरी के आदेश के तहत जिले में बीमा कंपनी स्तर पर जांच शुरू है. इस योजना में जिले के 3603 किसानों ने सहभाग लिया है और अब तक 700 खातेदारों का बीमा संरक्षित क्षेत्र का जायजा कंपनी के दल ने किया है. इसमें योजना में शामिल खातेदारों का फल फसल क्षेत्र औ प्रत्यक्ष खातेदारों की मौजूदगी में जायजा शुरू है. इस बाबत राहत वाली बात यह है कि अन्य जिले में जिस तरीके से गंभीर मामले उजागर हुए है. उस तरह अमरावती जिले में कुछ न होने की जानकारी कृषि विभाग ने दी है.
* वह खातेदार अंजनगांव सुर्जी तहसील के
फल फसल बीमा योजना के वह चार खातेदार अंजनगांव सुर्जी तहसील के लिए इसमें एक किसान द्बारा सहभाग लिए जाने के बाद केले निकाल लिए. अन्य एक का बीमा संरक्षित क्षेत्र अधिक है. योजना में केवल 2 हेक्टेअर तक सहभाग लिया जा सकता है. अन्य दो खातेदारों की भी इसी तरह की तकनीकी त्रृटि रहने की बात कंपनी प्रतिनिधि ने कही.
* रेण्डम जांच की जायेगी
कृषि आयुक्त के निर्देश पर कंपनी स्तर पर फल फसल बीमा क्षेत्र की जांच शुरू है. पश्चात कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के जरिए रेण्डम जांच की जायेगी.
अनिल खर्चान
जिला अधीक्षक