आईआईएमसी में ग्राफिक डिजाइनिंग पर चार दिवसीय कार्यशाला
कार्यशाला का उद्घाटन क्षेत्रीय निदेशक डॉ. वीरेंद्र कुमार भारती ने किया
अमरावती/दि.22– भारतीय जन संचार संस्थान ( आईआईएमसी) के पश्चिम क्षेत्रीय परिसर में ग्राफिक डिजाइनिंग पर चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. मंगलवार को इसका उद्घाटन क्षेत्रीय निदेशक प्रो. डॉ. वीरेंद्र कुमार भारती के हाथों किया गया. इस अवसर पर आईआईएमसी दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पवन कौंडल व डिजाइर अभिषेक श्रीवास्तव प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को समाचार पत्र की ले-आउट डिजाइनिंग व पेज मेकिंग की तकनीक से अवगत कराना है. कार्यशाला में विद्यार्थियों को ग्राफिक डिजाइनिंग का प्रशिक्षण देने हेतु दिल्ली के अभिषेक श्रीवास्तव प्रमुख मार्गदर्शक के रुप में पहुंचे हैं. उद्घाटन समारोह में प्रो. डॉ. वीरेंद्र कुमार भारती ने कहा कि आकर्षक डिजाइनिंग व ले आउट की वजह से प्रकाशित साहित्य पाठकों को पसंद आता है. साहित्य में गुणवत्ता महत्वपूर्ण है. इसका सही तरीके से प्रस्तुतिकरण नहीं करने प रवह पाठकों को आकर्षित नहीं करेगा. लिहाजा पेज मेकिंग के दौरान काफी सतर्कता बरतनी जरुरी है. छापी गई सामग्री किसके लिए है, इस बात को ध्यान में रखते हुए पृष्ठ सज्जा की जानी चाहिए. इस दौरान रंगों का संतुलन का भी गंभीरता से विचार करना जरुरी है. पृष्ठ सज्जा व पेज डिजाइनिंग पाठकों से संवाद स्थापित करने का माध्यम है. लिहाजा विद्यार्थियों को इस तकनीक से अवगत होना जरुरी है.
डॉ. पवन कौंडल ने कहा कि प्रकाशन यह तकनीकी प्रक्रिया है. किसी भी तरह का प्रकाशन कार्य सफलता पूर्वक पूरा करने के लिए मुद्रण प्रणाली के तीन प्रमुख स्तर को ध्यान में रखना जरुरी है. इसमें सूचनाओं का संकलन, उसका संपादन व डिजाइनिंग तथा ले आउट का समावेश होता है. समाचार पत्र सजावट यह पाठकों से सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम है. लिहाजा समाचार पत्र की डिजाइनिंग व सजावट की तकनीक को विद्यार्थियों को समझना जरुरी है.
कार्यशाला में विद्यार्थियों को कोरल ड्रा व इन डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर के उपयोग कैसे किया जाए इसका प्रत्याक्षिक किया जाएगा. कार्यशाला के पहले दिन अंग्रेजी, हिंदी व मराठी पत्रकारिता के विद्यार्थियों को तीन सत्रों में मार्गदर्शन किया गया. इसमें अभिषेक श्रीवास्तव ने प्रिंट मीडिया के लिए कम्प्युटर का उपयो, विविध साफ्टवेयर की जानकारी आदि से अवगत कराया. उद्घाटन समारोह का प्रास्ताविक प्रा. अनिल जाधव ने किया. कार्यक्रम की रुपरेखा डॉ. राजेश कुशवाहा ने प्रस्तुत की. अतिथियों का परिचय डॉ. आशीष दुबे व प्रभात कुमार ने दिया. कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा त्रिवेदी, संगीता रूईदास, स्वप्नील इल्हे, अंजली सिंह ने किया. आभार प्रदर्शन डॉ. विनोद निताले ने माना. कार्यक्रम की सफलतार्थ संजय पाखोडे, कोमल इंगले, राजेश झोलेकर, नुरूजुमा शेख, अनंत नांदुरकर ने प्रयास किया.