रिश्वतखोर वाडेकर को चार दिन की पुलिस कस्टडी
घर में मिले 37 लाख नगद व 24 तोला सोना
* एन्टी करप्शन ब्युरो की टीम गई थी तलाशी लेने
अमरावती/ दि.1– उच्च शिक्षा सहसंचालक डॉ. मुरलीधर प्रभाकर वाडेकर को कल ही पुलिस ने 30 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए एन्टी करप्शन ब्युरो की टीम ने गिरफ्तार किया था. कल एसीबी के डीवायएसपी एस. एस. भगत के नेतृत्व में उनके दल ने वाडेकर के घर की तलाशी ली. वहां दल के हाथ 36 लाख 82 हजार 900 रुपए नगद व 24 तोले सोने के गहने, ऐसे कुल 46 लाख रुपए का माल बरामद हुआ. बेनाम संपत्ति मिलने से वाडेकर और अधिक घिर गए है. उन्हें अदालत में पेश किया गया. अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वाडेकर को चार दिन की पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. तहकीकात के दौरान बेनाम सम्पति के और कही रहस्य पर्दाफाश होने की उम्मीद एसीबी को है.
रिश्वतखोरी के अपराध में वाडेकर को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसीबी के डीवायएसपी एस. एस. भगत के नेतृत्व में उनके दल ने वाडेकर के घर की तलाशी ली. इस दौरान 36 लाख 82 हजार 900 रुपए नगद व 24 तोले सोने के गहने, ऐसे कुल 46 लाख रुपए का माल बरामद हुआ. बता दे कि, गुरुवार 30 जून को वाडेकर ने शिकायतकर्ता से साक्षात्कार लेने के बाद उनका सहयोगी प्राध्यापक पद के लिए वेतन निश्चित, सर्विस बुक पर पंजीयन, सहयोगी प्राध्यापक पद के लिए प्रस्ताव मंजूर करने हेतु 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. इसकी शिकायत पर एन्टी करप्शन ब्युरो की टीम ने विद्युत नगर बगीचे के पास उच्च शिक्षा संचालक कार्यालय में जाल बिछाया. निर्धारित प्लान के अनुसार शिकायतकर्ता से रिश्वत स्वीकार करते हुए सहसंचालक डॉ. वाडेकर को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया था. शिकायतकर्ता से 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के बाद शिकायतकर्ता ने एन्टी करप्शन ब्युरो विभाग में शिकायत दी. एसीबी की टीम ने उच्च शिक्षा सहसंचालक डॉ. वाडेकर की पहले जांच पडताल की. जिसमें पाया कि, सहसंचालक ने सहयोगी प्राध्यापक इस पद के लिए वेतन निश्चित, सर्विस बुक में दर्ज करने व सहयोगी प्राध्यापक पद के लिए प्रस्ताव मंजूर करने हेतु 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी है. पहले से ही घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने डॉ. वाडेकर को रिश्वत लेते रंगे हाथों धरदबोचा. और आज तलाशी में सनसनीखेज मामला उजागर हुआ. नगद और सोने के गहने समेत वाडेकर के घर से 46 लाख रुपयों का माल बरामद हुआ है. अदालत ने वाडेकर को चार दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. इस दौरान कडी पूछताछ और तहकीकात की जा रही है. उम्मीद है कि, वाडेेकर के पास और इसी तरह बेनाम सम्पति हो सकती है.