माहुरगढ पर रेणुका माता के दर्शन के लिए चार लिफ्ट की सुविधा
120 मीटर का स्कायवॉक भी निर्मित होगा
* केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों 19 मई को भूमिपूजन
नांदेड/दि.27- साढे तीन शक्तिपीठ में पूर्ण पीठ रही नांदेड जिले के माहुरगढ के श्री रेणुकादेवी मंंदिर में अब 240 सीढियों को चढने की आवश्यकता श्रद्धालुओं को नहीं रहेगी. भक्तगणों की सुविधा के लिए चार लिफ्ट और 120 मीटर के स्कायवॉक का निर्माण किया जानेवाला है. इस काम का केंद्रीय सडक यातायात और महामार्ग मंत्री नितिन गडकरी के हाथों आगामी 19 मई को भूमिपूजन किया जाने वाला है पश्चात 18 माह में काम पूर्ण किया जाएगा.
माहुरगढ के श्री रेणुकादेवी मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालुओं को सुविधा होने की इच्छा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की थी. श्री रेणुका माता, श्री दत्त शिखर तथा श्री अनुसुया माता मंदिर के लिए एरियल रोप-वे प्रकल्प के लिए 4 वर्ष पूर्व 2019 में सडक केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय की मंजूरी मिली थी. साथ ही 51 करोड 30 लाख की निधि भी मंजूर की गई. लेकिन तकनीकी कारणों से यह प्रकल्प रद्द किया गया था. अब यहां नए पर्याय के मुताबिक इसी खर्च में माता के दर्शन के लिए जानेवाले श्रद्धालुओं के लिए लिफ्ट व स्कायवॉक ब्रिज उपलब्ध होनेवाला है. हिंगोले के सांसद हेमंत पाटिल ने भी गडकरी से भेंट कर इस काम के लिए प्रयास किए थे. माहुर में निश्चित जगह पर इस मंजूर काम का भूमिपूजन 19 मई को होने वाला है. सभी संबंधितों को इस संदर्भ में सडक विकास मंत्रालय की तरफ से पत्र के जरिए सूचना दी गई है.
* एक ही समय 20 भक्त जा सकेंगे
नए पर्याय के मुताबिक माता के दर्शन के लिए जानेवालों को लिफ्ट व स्कायवॉक ब्रिज के माध्यम से सीधे मंदिर परिसर तक पहुंचते आ सकेगा. 51 फुट उंचाई की यह लिफ्ट है. इसमें एक साथ 20 श्रद्धालु जा सकेंगे, ऐसी इस लिफ्ट की क्षमता रहेगी तथा 120 मीटर लंबा स्कॉयवॉक ब्रिज तीन खंड में एक दूसरे को लिफ्ट से जोडा जाने वाला है. दर्शनार्थी स्कायवॉक ब्रिज के पहले चरण पर लिफ्ट से पहुंचेंगे. पश्चात कुछ दूरी पैदल पार करनी पडेगी. फिर वहां से लिफ्ट से दूसरे चरण पर जाते आएगा और वहां से और कुछ दूरी पर चलने के बाद लिफ्ट से तीसरे चरण पर पहुंचा जा सकेगा. पश्चात सीधे रेणुका माता मंदिर में पहुंचने का नियोजन किया गया है.
* व्हील चेअर की भी सुविधा मिलेगा
माहुरगढ पर रेणुका माता के दर्शन के लिए अब चार लिफ्ट, 120 मीटर का स्कायवॉक होने वाला है. साथ ही यहां दिव्यांगों के लिए व्हीलचेअर की भी सुविधा रहने वाली है. इस काम की वर्क ऑर्डर निकाली गई है. केंद्रीय सडक यातायात और महामार्ग मंत्री नितिन गडकरी के हाथों 19 मई को भूमिपूजन किया जा रहा है. साथ ही दूसरे चरण में रोप-वे का काम होगा.
– बसंत झरीकर,
उपअभियंता, लोनिवि, माहुर
* अब भक्तों को 240 सीढियां चढने की आवश्यकता नहीं
– 74.56 मीटर दूरी पर 2 लिफ्ट टॉवर रहेंगे
– अपर स्टेशन लॉबी
– प्रत्येक लिफ्ट टॉवर के अलावा चार लिफ्ट (प्रत्येकी 20 व्यक्ति की क्षमता)
– देखरेख कार्यशाला
– अपर स्टेशन लिफ्ट टॉवर
– पहली टॉवर लिफ्टर 25 मीटर उंचाई पर जाएगी
– स्कायवॉक लोअर स्टेशन लिफ्ट
– 70.50 मीटर का स्कायवॉक रहेगा
– लंबाई का लोअर स्टेशन