फ्रेजरपुरा मिनी बाय पास बना मौत का चौक… !
आये दिन होती हैं दुर्घटनाएं, परिसर के नागिरक परेशान
अमरावती/दि.05– फ्रेजरपुरा परिसर के मध्य से नागपुर-मुम्बई मिनी बायपास गुजरता हैं, अब वक्त के साथ इस बायपास के दोनों ओर घनी बस्तियां बन गई हैं. जिसके कारण बड़े पैमाने पर दोनो ओर से लोगो का आना-जाना इस रोड से होता हैं. फ्रेजरपुरा स्थित सरदार चौक और जामवाला चौक अत्यंत व्यस्त चौक हैं. इन दोनों चौक में मुम्बई यशोदानगर से नागपुर की तरफ जाने वाला रोड में लंबी ढलान हैं. उसी तरह सरदार चौक में नागपुर – मुम्बई की तरफ जाने वाले रास्ते पर भी गहरा ढलान हैं. जिसके कारण आने वाले वाहन अत्यंत तेज गती से इन चौक को क्रॉस करते है, जिसके कारण सडक पार करने वाले नागरिकों के साथ हमेशा दुर्घटनाएं होती रहती हैं. खासतौर पर स्कूली बच्चो के लिए रोड क्रॉस करने खेल लिए बहुत जान की जोखिम उठानी पड़ती हैं.
इन दोनों चौकों पर अभी तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, कई लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा और कई लोगो के हाथ पांव टूटकर विकलांग हो चुके. इस संदर्भ में सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को कई बार इस स्थान पर ब्रेकर लगाने की विनंती भी की जा चुकी हैं, मगर प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. भविष्य में किसी बडी दुर्घनटा के बाद ही प्रशासन जागेगा क्या ऐसे सवाल परिसर के नागिरकों व्दारा उठाए जा रहे है.
गुरुवार 4 जुलाई की रात में फिर से एक बार जामवाला चौक पर तेज गती से आती हुई एक बेलोरो ने सुल्तान नाम के एक व्यक्ति को जोरदार टक्कर मार दी. जिसके कारण उस व्यक्ति को ब्रेन पर गम्भीर चोट आयी है और उसे आईसीयू में भर्ती करना पड़ा. जिसके कारण स्थानिक नागरिकों में अत्यंत रोष देखा गया. फ्रेज़रपुरा परिसर के सामाजिक कार्यकर्ता सलीमभाई मिरावाले सहित परिसर के नागरिकों ने इसे गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग और फ्रेजरपुरा पुलिस स्टेशन को निवेदन देकर मांग की है कि इन दोनों चौको पर तुरंत गतिरोधक बनाए जाने की मांग की है.
अन्यथा करेगें तीव्र जन आंदोलन
परिसर में पुराना बायपास है. इस बायपास से उत्तर की ओर मुंबई व दक्षिण की ओर नागपुर के लिए जाने वाले छोटे बडे वाहन बहुत ही तेजी से गुजरते है. इस मार्ग पर इन दो चौकों पर स्कूली विद्यार्थियों के साथ ही बुर्जुग महिलाएं अपने अपने काम से रास्ता पार करते है. कई बार दुर्घटना हो कर लोग घायल हो चुके है. गुरुवार की घटना से भी नागरिक संतप्त है. हम बार बार प्रशासन से मांग कर रहे है. कि यहां पर गतीरोधक बनाया जाए. अगर एक सप्ताह के भीतर प्रशासन यहां गतीरोधक लगाता है तो ठीक है, अन्यथा आने वाले दिनों में नागरिकों व्दारा अत्यंत आक्रमक तरीके से आन्दोलन किया जाएगा. जिसकी सर्वस्व जवाबदारी सम्बंधित विभाग की होगी.
सलीम मिरावाले (सामाजिक कार्यकर्ता)