सार्वजनिक उपयोग व बालवाडी की जगज पर प्लॉट बनाकर धोखाधडी
मामला दर्ज होते ही तीनों भूमाफिया फरार
धारणी/दि.28-शहर और शहर से सटे तलई, कुसुमकोट, बांसपानी, टाकलखेडा और दीया गांव शिवार के खेतों के दाम आसमान को छू रहे है. यह देखकर थानीय कॉलीनाइजर ललचा रहे हैं. नेहरू नगर के समीप की कॉलोनी स्थित लेआउट में बालवाड़ी और खेल के मैदान की जगह पर 10 प्लॉट दर्शाकर जाली नक्शा बनाकर 3 लोगों ने सरकार से धोखाधडी की है. तीनों के खिलाफ धारणी पुलिस में गंभीर अपराध दर्ज होने से सभी आरोपी फरार हो गए हैं.
स्थानीय सर्वे नं. 184 में बालवाड़ी व सार्वजनिक उपयोग की खुली जगह पर 10 प्लॉट दर्शाने वाला जाली नक्शा तैयार कर वह बेचने के प्रयास किए गए. इसलिए प्लॉट के मालिक मो. शोएब मो. शब्बीर, मयूर चव्हाण व शे. बिस्मिल्लाह के खिलाफ पटवारी विनोद तायडे की शिकायत पर पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया. तीनों की पूछताछ शुरू हो गई है. जाली नक्शे वे आधार पर करोडों के प्लॉट बेचने के इस गोरख धंधे की जांच शुरू होने से अनेक लोगों के नाम सामने आने की संभावना पीआई अशोक जाधव ने व्यक्त की है. कॉलोनी निवासी इमरान अ. गफ्फार व अन्य 12 प्लॉटधारकों ने बोगस नक्शा, जाली 7/12 और अवैध बिक्री की शिकायत उपविभागीय अधिकारी से की थी. उसकी जांच होने पर प्लॉट क्र. 67 से 76 यानी 10 भूखंड सार्वजनिक उपयोग व बालवाडी के लिए आरक्षित रखने की बात उजागर हुई. इसके लिए 90 के दशक में निर्मित कॉलोनी का मूल नक्शा अमरावती के नगर रचना विभाग कार्यालय से प्राप्त किया गया और उसके बाद पटवारी ने पुलिस में शिकायत की थी. पुलिस ने मौके का निरीक्षण कर वास्तव जान लिया. संपूर्ण स्थिति का संज्ञान लेने के बाद मयूर, बिस्मिल्लाह व शोएब के खिलाफ अपराध दर्ज किया. सर्वे नं. 184 के 10 जाली नक्शे व 7/12 बनाने वालों के खिलाफ बीएनएस की विविध धाराओं के तह अपराध दर्ज किया गया. थानेदार जाधव के मार्गदर्शन में पीएसआई सतीश झाल्टे, हेकां बसंत चव्हाण, पुकां मोहित आकाशे व जगत तेलगोटे आगे की जांच कर रहे हैं. अपराध दर्ज होते ही तीनों आरोपी फरार हो गए हैं. जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा, ऐसी जानकारी पुलिस से प्राप्त हुई है. सार्वजनिक जगह पर बालवाडी, महावितरण विभाग की डीपी, नगर पंचायत की नाली का निर्माण तथा नगर पंचायत के जलापूर्ति विभाग का बोअरवेल बनाने के बावजूद भी नक्शे में खुले प्लॉट दर्शाकर काल्पनिक प्लॉट क्र. देकर जाली दस्तावेजों के सहारे सरकार और प्लॉट खरीदने वाले ग्राहकों से धोखाधडी करने की साजिश उजागर हुई है. प्लॉट व लेआउट की सार्वजनिक जगह बेचने की साजिश अन्य कॉलीनाइजर भी कर सकते हैं. इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. अच्छे दिन की राह देखने वाले माफिया पर अब बुरे देखने की नौबत आई है.