अमरावतीमहाराष्ट्र

मनपा की संपत्तिकर वसूली में ‘फ्रॉड’, दो कर्मचारी रडार पर

31 लाख रुपए हडपे थे, 6 माह पहले हुआ निलंबन, आगे कोई कार्रवाई नहीं

अमरावती /दि.11- मनपा के बडनेरा झोन कार्यालय में कार्यरत दो कर वसूली लिपिकों द्वारा किये गये 31 लाख के अपहार मामले में लेखा परीक्षण विभाग में अपनी जांच रिपोर्ट प्रशासन के पास पेश की है. परंतु 6 माह का समय बीत जाने के बावजूद मनपा प्रशासन द्वारा इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, इस पूरे मामले को लेकर कही तो कुछ गडबड है और 6 माह पूर्व केवल दो कर्मचारियों को निलंबित करते हुए इस मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया है.
बता दें कि, बडनेरा झोन कार्यालय में कर वसूली की रकम को लेकर हुई गडबडी के संदर्भ में वर्ष 2020-21 व वर्ष 2021-22 तथा वर्ष 2022-23 व वर्ष 2023-24 ऐसे दो हिस्सों में मनपा के लेखा परिक्षण विभाग ने जांच कर स्वतंत्र रुप से अपनी रिपोर्ट पेश की है. जिसमें स्पष्ट रुप से कहा गया है कि, यह मामला फ्राड से संबंधित है. लेकिन इसके बावजूद आर्थिक जालसाजी को लेकर संबंधितों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस रिपोर्ट में रोहित चव्हाण नामक लिपिक से 19 लाख रुपए तथा गोपाल यादव से 12 लाख रुपए वसूल करने की बात भी कही गई है. जिसे लेकर भी प्रशासन द्वारा अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. वहीं इस दौरान मांगीलाल पटेल नामक कर्मचारी ने कर वसूली के 3.50 लाख रुपयों की अदायगी मनपा को कर दी है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.
लेखा परीक्षक की रिपोर्ट के बावजूद दोषी कर वसूली लिपीक पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्रवाई हेतु कोई भूमिका नहीं अपनाई जा रही. ऐसे में माना जा रहा है कि, मनपा प्रशासन पर किसी ‘अदृश्य शक्ति’ का दबाव है. साथ ही क्योंकि ऑडिट की रिपोर्ट बताती है कि, कर वसूली तो हुई, लेकिन उक्त रकम मनपा की तिजोरी में जमा नहीं हुई. जिसके जरिए मनपा के साथ सीधे तौर पर आर्थिक जालसाजी हुई है. जिसके लिए 2 कर्मचारियों का निलंबन तो किया गया, लेकिन इसके बाद आगे कोई कार्रवाई ही नहीं हुई है. जिसे लेकर काफी आश्चर्य जताया जा रहा है.

* बडनेरा झोन में कर वसूली को लेकर लेखा परीक्षण विभाग की वस्तुनिष्ट जांच रिपोर्ट पेश हो चुकी है. जिसे आगे की कार्रवाई के लिए उपायुक्त मेघना वासनकर के पास भेजा गया है. संबंधितों से रकम वसूल करने के आदेश जारी हुए थे. जिसमें आगे चलकर क्या हुआ, यह देखना पडेगा. साथ ही इस मामले में कुछ कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया है तथा अन्य कर्मचारियों की जांच चल रही है.
– सचिन कलंत्रे,
आयुक्त, अमरावती मनपा.

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