महिला व्यक्तीमत्व का स्वतंत्र स्वीकार जरुरी
वरिष्ठ साहित्यिक वसंत आबाजी डहाके का कथन
* दैनिक हिंदुस्थान का प्रभास सन्मान 2024 ‘समर्पण प्रतिष्ठान’ को प्रदान
अमरावती/दि.22– आज के आधुनिक युग में महिला स्वतंत्र हुई, सक्षम हुई ऐसा कहा जा रहा है. परंतु हर दिन महिलाओं के बारे में हो रही घटनाओं का अवलोकन करते समय एक संवेदनशील मन को इसी आधुनिक समाज का भयानक वास्तक तकलीफदेह करनेवाला साबित हो रहा है. ऐसे समय में इस सामाजिक हालात में परिवर्तन कराने के लिए राजकीय पहल की अपेक्षा करना यानी मृगजल का पीछा करने जैसा है. उसके बजाय खुद सामाजिक परिवर्तन करने का संकल्प समाज को एक नयी दृष्टि देता रहता है. एक घटना ने अमोल मानकर के व्यक्तिमत्व को समाज परिवर्तन कराने की प्रेरणा दी. आज समर्पण प्रतिष्ठान द्वारा 8 हजार से अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर जीवन की राह दिला दी. आज भी यह कार्य विविध स्तर, उपक्रम और व्यापक स्तर पर शुरु है. इसकी दखल दै. हिंदुस्थान अखबार ने लेकर समर्पण प्रतिष्ठान को प्रभास पुरस्कार से भी सम्मानित करना यह सच्ची आनंदमय तथा प्रेरणा देनेवाली खबर साबित हुई है. यह सम्मान केवल अमोल व जयश्री मानकर इनका अथवा समर्पण प्रतिष्ठान का नहीं, बल्कि यह सत्कार समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन करानेवाले अभियान का है. संत तुकाराम ने कहे हुए मंत्र को समाज ने प्रमुखता से युवा पीढी ने अपनाकर महिला व्यक्तीमत्व का स्वतंत्र स्वीकार इस भारत देश को और समाज को गुरु स्थान पर पहुंचा देगा, ऐसा विश्वास वरिष्ठ साहित्यिक वसंत आबाजी डहाके ने व्यक्त किया.
दै. हिंदुस्थान के अमृत महोत्सवी वर्ष पर समाज को प्रेरणा देनेवाले तथा समाज विकास का नया अभियान चलानेवाली संस्था, व्यक्तीमत्व का सम्मान के तर पर दै. हिंदुस्थान की आधारवृक्ष स्वरुप स्व. प्रभा अरुण मराठे की स्मृति प्रित्यर्थ प्रभास सम्मान पुरस्कार का सत्कार जतन किया है. महिला सक्षमीकरण के लिए समर्पित समर्पण प्रतिष्ठान, मालधुर, गुरुकुंज मोझरी इस संस्था को प्रदान किया गया. 25 हजार रुपए नकद, स्मृतिचिन्ह, शाल, श्रीफल ऐसा पुरस्कार का स्वरुप है. 21 नवंबर को श्याम चौक स्थित जोशी हॉल में इस प्रभास सम्मान पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन वरिष्ठ साहित्यिक वसंत आबाजी डहाके की अध्यक्षता में किया गया. प्रमुख मार्गदर्शक पद्मश्री गिरीश प्रभुणे (पुणे), प्रमुख अतिथी निगमायुक्त सचिन कलंत्रे, डॉ. नंदकुमार पालवे उपस्थित थे. इस समय यूथ होस्टल एसो. अमरावती यूनिट के संस्थापक सदस्य अनंत कौलगीकर, प्रवीण चाकुरकर, अविनाश शुक्ल तथा अन्यों ने समर्पण प्रतिष्ठान को 30 हजार रुपए का चंदा प्रदान किया. समर्पण प्रतिष्ठान संचालक अमोल व जयश्री मानकर का हृदयस्पर्शी सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन उज्वला कुलकर्णी तथा आभार सर्वेश मराठे ने माना. पसायदान से कार्यक्रम का समापन किया गया. इस समय बडी संख्या में नागरिक उपस्थित थे.