नि:शुल्क प्रवेश तो मिला, मनवांछित शाला नहीं मिली
आरटीई में समयावृध्दि के बाद भी नहीं हो रहे प्रवेश
अमरावती/दि.17- शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून अंतर्गत नामांकित अंग्रेजी शालाओं में आर्थिक रूप से पिछडे विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाता है. इस हेतु इस वर्ष चलाई गई प्रवेश प्रक्रिया कई तकनीकी दिक्कतों का सामना करते हुए शुरू हुई. लेकिन कई अभिभावकों को अपने पाल्यों के लिए मनवांछित शाला नहीं मिली. जिसके चलते आरटीई के ड्रॉ में नंबर लगने के बाद भी कई अभिभावकों द्वारा अपने बच्चोें का अब तक ड्रॉ के तहत आवंटित स्कुल में प्रवेश नहीं करवाया गया है.
आरटीई अंतर्गत जिले की 240 शालाओं में 2 हजार 255 सीटें आरक्षित रखी गई है. जिसके लिए करीब 8 हजार 11 बच्चों ने ऑनलाईन प्रवेश किये थे और इस प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत निकाले गये ड्रॉ में 2 हजार 213 आवेदकों की लॉटरी निकली. साथ ही कई विद्यार्थियोें के नाम प्रतीक्षा सूची में शामिल किये गये है. जिन्हें जब तक मोबाईल मैसेज के जरिये संदेश नहीं मिलता, उन्हें तब तक आरटीई प्रवेश हेतु प्रतीक्षा करनी पडेगी. वहीं दूसरी ओर ड्रॉ में शामिल रहनेवाले विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों हेतु मिली स्कुलों पर असंतोष जताते हुए अब तक अपने बच्चों का प्रवेश संबंधित शालाओं में नहीं किया गया है. जिसके चलते प्रवेश हेतु समयावृध्दि दिये जाने के बाद भी कई शालाओं में सीटें रिक्त पडी है.
* 713 सीटें पडी है रिक्त
आरटीई प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत अब तक 1 हजार 500 विद्यार्थियों का प्रवेश निश्चित हो चुका है, ऐसा ऑनलाईन पोर्टल पर दर्ज जानकारी के जरिये पता चला है. वहीं अब प्रतीक्षा सूची में शामिल नामों की प्रवेश प्रक्रिया चल रही है और अब भी कुल 713 सीटें रिक्त पडी है.
* कई शालाओें का सहभाग नहीं
शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत जिले की कुल 240 शालाओं ने ही ऑनलाईन पंजीयन करवाया है और कई शालाओं ने इस योजना में सहभाग नहीं लिया है. वहीं कई अभिभावकों द्वारा शिकायत की गई है कि, उन्हें अपने बच्चों के लिहाज से सुविधाजनक स्कुल आवंटित नहीं हुई है. जिसकी वजह से वे आरटीई के ड्रॉ में नंबर लगने के बावजूद उन्हें आवंटित शालाओं में अपने बच्चे का प्रवेश करवाने को लेकर विशेष उत्सूक दिखाई नहीं दे रहे.
प्रतीक्षा सूची में शामिल रहनेवाले विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा आवेदन करते समय दिये गये मोबाईल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा. परंतू केवल एसएमएस पर निर्भर न रहते हुए आरटीई पोर्टल पर जाकर आवेदन की स्थिति दर्ज करते हुए अपना नंबर लगा अथवा नहीं, इस जानकारी को संबंधित अभिभावकों द्वारा देखा जाना चाहिए और नंबर लगने पर तय समय के भीतर अपने बच्चों हेतु आवंटित शाला में अपने बच्चों का प्रवेश करवाना चाहिए.
आरटीई अंतर्गत शामिल शालाएं – 240
आरक्षित सीटें – 2,255
कुल आवेदन – 8,011
चयनीत आवेदन – 2,213
प्रवेश निश्चित – 1,500