मुफ्त का श्रेय ना लूटे विधायक देवेंद्र भुयार
डॉ. बोंडे की वजह से तीर्थक्षेत्रों के विकास को मिली है मंजूरी
* भाजपा पदाधिकारी विशाल सावरकर का कथन
अमरावती/दि.22 – मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुयार हमेशा से ही झूठ बोलने में माहीर है. राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार रहते समय ढाई वर्ष के दौरान विधायक भुयार ने मोर्शी तहसील के किसी भी तीर्थक्षेत्र को ‘ब’ श्रेणी नहीं दिलवाई और तहसील के लिए कोई विकास कार्य भी वे अपनी सरकार से मंजूर नहीं करा पाए. वहीं अब क्षेत्र के पूर्व विधायक तथा राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे द्बारा किए गए प्रयासों के चलते उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व ग्रामविकास मंत्री गिरीष महाजन द्बारा मोर्शी तहसील के तीर्थक्षेत्रों को ‘ब’ दर्जा प्रदान किए जाते ही विधायक देवेंद्र भुयार मुफ्त का श्रेय लूटने ेके लिए इसे अपनी उपलब्धि बता रहे है. जिस पर किसी ने भी भरोसा नहीं करना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन मोर्शी तहसील के भाजपा विधानसभा प्रमुख विशाल सावरकर ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में किया है.
इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, वर्ष 2018 से क्षेत्र के तत्कालीन विधायक डॉ. अनिल बोंडे ने वंदनीय वसंतदास महाराज संस्थान (लोणी), श्री दादाजी धुनीवाले संस्थान (लिंगा) तथा सैयद शाह जलाउद्दीन बाबा दरगाह (आमनेर) को ‘ब’ दर्जा प्राप्त तीर्थक्षेत्र घोषित करवाने के प्रयास शुरु किए थे और पुलिस का प्रमाणपत्र लेकर 4 लाख भाविकों की शर्त भी पूरी की गई थी. इसे लेकर जिला नियोजन समिति में प्रस्ताव भी पेश किया गया था. लेकिन विगत 3 वर्षों के दौरान अकार्यक्षम सरकार रहने के चलते तत्कालीन ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी और इसे मंजूरी दिलाने के लिए क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुयार द्बारा कोई विशेष प्रयास भी नहीं किए गए. जबकि विधायक भुयार ने चुनाव जीतने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक धार्मिकस्थल को 25-25 करोड रुपए की निधि लाकर देने की कोरी गप्पबाजी की थी. वहीं अब राज्य में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद सांसद अनिल बोंडे द्बारा किए गए प्रयासों के चलते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व ग्रामविकास मंत्री गिरीष महाजन द्बारा मोर्शी तहसील के तीन देवस्थानों को ‘ब’ वर्ग दर्जा देने को मंजूरी दी गई है. ऐसे में झूठी अफवाह फैलाकर चुनाव जीतने का काम करने वाले विधायक देवेंद्र भुयार ने इस काम को लेकर मुफ्त का श्रेय नहीं लूटना चाहिए और यदि उनकी बातों में थोडी भी सच्चाई है, तो उन्होंने अपने द्बारा किए गए कामों का ब्यौरा पत्रकार परिषद के जरिए मीडिया के सामने रखना चाहिए.
इसके साथ ही भाजपा के विधानसभा प्रमुख विशाल सावरकर सहित भाजपा जिला उपाध्यक्ष गोपाल मालपे, मोरेश्वर वानखडे, जिला सचिव इंद्रभूषण सोंडे, विधानसभा प्रमुख विशाल सावरकर, भाजपा महिला प्रदेश सदस्य अंजलि तुमराम, जिला उपाध्यक्ष अर्चना मुरुमकर, पूर्व पंचायत समिती सदस्य चैताली ठाकरे, तहसील अध्यक्ष राजकुमार राउत, शहराध्यक्ष डॉ. नीलेश बेलसरे, शेघाट शहराध्यक्ष नीलेश फुटाने, वरुड नगर परिषद उपाध्यक्ष देवेंद्र बोडखे, भाजयुमो तहसील अध्यक्ष हितेश तडस, शहराध्यक्ष नितिन गुर्जर, शेघाट नगर परिषद उपाध्यक्ष सुभाष गोरडे, नगरसेवक चंदूभाऊ यावलकर, नरेंद्र बेलसरे, राजू सुपले, विशाल सावरकर, सतीश अकर्ते, संतोष निमगरे, उमेश यावलकर, गजानन कपिले, पिंटूभाऊ सावरकर, तहसील उपाध्यक्ष अमित खेरडे, विजय यावले, सचिन सव्वालाखे, डॉ. नितिन वानखडे, महासचिव सुधीर बेलसरे, समीर ठाकरे, चंद्रशेखर भोकरे, घनश्याम घाटोले, शशिकांत उमेकर, रोषण कलमकर, भारत खासबागे, उमेश गेटमे, राजेंद्र काले, भाजयुमो तहसील अध्यक्ष हितेश तडस, उपाध्यक्ष यशपाल राउत, शुभम उमेकर, स्वप्नील मांडले, नंदकिशोर आजनकर, मंगेश कोहले, दिनेश कोहले, जीवन मालपे, किरण सावरकर, नीलेश वसुले, बलदेव वानखडे, पिंटू मेंढे, ताराचंद फुटाने, उमेश अकर्ते, विनोद पाचघरे, अजाबराव बोदड, प्रशांत गणोरकर, हरीश कानुगो, नरेंद्र बेलसरे, संतोष निमगरे, बंडू काले, निलय अकर्ते, मंगेश पांडे, पद्माकर सालबर्डे, युवराज आंडे, आशिष काकडे, दीपक पवार, गणेश शेकापुरे, संजय आगरकर, मुरलीधर पवार, सुरेश दुर्गे, दीपक बोहरूपी, कैलाश निंभोरकर, शिवा शिवहरे, सुनील बनाईत, भारत खासबागे, नीलेश कनिरे, सुनील चौधरी, हनुमंतराव पाटील, प्रकाश मालोदे, महेंद्र राउत, कुणाल मालोदे, रुपेश ठोंबरे, आशिष देशमुख, विलास सोनोने द्बारा तहसील के तीर्थक्षेत्रों को ‘ब’ दर्जा दिलवाने हेतु राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे के प्रति आभार ज्ञापित किया गया है.