अक्षय तृतीया के अवसर पर नि:शुल्क गन्ना रस का वितरण
ओसवाल जैन महिला संघ व जेपीपी महिला फाउंडेशन का आयोजन

अमरावती /दि.1– जैन धर्म में अक्षय तृतीया के दिन दान करने का बड़ा महत्व है. इसी को ध्यान में रखते हुए ओसवाल जैन महिला संघ तथा जेपीपी महिला फाउंडेशन द्वारा शहर के हृदयस्थल ओसवाल भवन में बुधवार सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजे तक नि:शुल्क गन्ना रस का वितरण किया गया. जिसके लाभार्थी यूएसए निवासी राजेंद्र बुच्चा व महेंद्र भंसाली उपस्थित थे. जैन समुदाय के लोग इस पर्व को तीर्थकर आदिनाथ से जुड़ा हुआ मानते हैं. भगवान आदिनाथ ने भी सबसे पहले समाज में दान का महत्व समझाया था.
जैन धर्म में वर्षीतप नामक तपस्या का आयोजन किया जाता है. जो कि कार्तिक के कृष्ण पक्ष की अष्टमी से शुरू होकर अक्षय तृतीया के दिन समाप्त होती है. अक्षय तृतीया के दिन राजा श्रेयांस ने ऋषभदेव भगवान को गन्ने का रस पिलाकर उनका उपवास खुलवाया था. इसीलिए जैन धर्म में अक्षय तृतीया के दिन गन्ने का रस पीने की और दान करने की परंपरा है. राजेंद्र भंसाली ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए इस उपक्रम की भरपूर प्रशंसा की और इस दिन का महत्व भी बताया. ठंडा गन्ने का रस पीकर राहगीरों ने शांति की अनुभूति की. इस अवसर पर ओसवाल महिला संघ की अध्यक्ष सरला लुनिया, सचिव प्रभा संचेती, मंजू गोलेच्छा, उषा भंडारी, रीना शाह, जेपीपी महिला फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रतिभा चोपड़ा, सचिव सुषमा मुणोत, ललिता भंसाली, प्रकाश भंडारी, हरीश खिंवसरा, अश्विन मुथा, विकास सामरा आदि उपस्थित थे. तपती गर्मी में दिन भर यवतमाल निवासी अनिल काकलिया परिवार द्वारा रस वितरण किया गया. इस पुण्य सेवा में दिन भर मंडल की सदस्यों ने अपना सहयोग दिया.