अमरावती/दि.10– समाज की कुछ बीमारियां यह काफी भयंकर होकर इस पर नियमित उपचार न होने से जान धोखे में आ सकती है. हर गांव में इस पर उपचार न मिलने के कारण शहर जाना पड़ता है. इनमें से एक बीमारी सिकलसेल है. सिकलसेल मरीजों को उपचार के लिए एसटी से निःशुल्क यात्रा हेतु सुविधा की गई है.
राज्य परिवहन महामंडल की ओर से समाज के विविध घटकों को यात्रा में सुविधा दी जाती है. इनमें से ही कुछ बीमार मरीजों को भी दी जाती है. इनमें एड्स, डायलेसिस, सिकलसेल, हिमोफोलियाग्रस्त मरजो को स्वयं के गांव से उपचार के लिये शहर जा सके, इसके लिये सहूलियत दी जाती है. जिले के कुछ मरीज सिकलसेल ग्रस्त हैं. ऐसे मरीज एसटी की इस योजना का लाभ ले रहे हैं. उन्हें एसटी ने स्मार्ट कार्ड दिया है. यह कार्ड दिखाकर वे निःशुल्क यात्रा कर सकते हैं. मात्र इसके लिए वैध अधिकारियों से वैध प्रमाणपत्र सिफारिश पत्र जोड़कर जीएसटी से विहित नमुने में आवेदन करना आवश्यक है. पश्चात उन्हें एसटी द्वारा पहचान पत्र दिया जाता है. पहचान पत्र के आधार पर निःशुल्क यात्रा की जा सकती है.
जिले में सिकलसेल के मरीजों की संख्या कम है. इन मरीजों से एसटी की निःशुल्क यात्रा सहूलियत योजना का लाभ लिया जाता है. ऐसे मरीज महीने में 150 किलोमीटर की यात्रा कर सकते हैं. सिकलसेल पीड़ित मरीजों को निःशुल्क यात्रा में सहूलियत देते समय महीने में डेढ़ सौ किलोमीटर निःशुल्क यात्रा करने की सहूलियत दी जाती है. लेकिन यह प्रवास साधी गाड़ी से ही किया जा सकता है.
एसटी महामंडल द्वारा तय किये गए नियमानुसार ही सहूलियत पत्र वाले व्यक्तियों को यात्रा की सुविधा का लाभ करवाय जाता है. इसी तरह सिकलसेल मरीजों को भी उपचार के लिये यह सहूलियत दिये जाने से ग्रामीण भाग के मरीजों को दिलासा मिल रहा है.
– नीलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक