अमरावती

इंटरनेट बंद होने पर भी 250 मरीजों की नि:शुल्क शल्यक्रिया

राज्य स्वास्थ्य समिति ने टेलिफोन पर दी मंजूरी

  • स्वास्थ्य विभाग व्दारा दी गई जानकारी

अमरावती/दि.20 – शहर में 13 से 18 नवंबर के दरमियान इंटरनेट सुविधा बंद कर दी गई थी. इंटरनेट सुविधा बंद होने पर महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के लाभार्थी मरीजों की शल्यक्रिया के संदर्भ में प्रक्रिया पूर्ण किए जाने में दिक्कतें आ रही थी. इंटरनेट सेवा बंद होेने पर राज्य स्वास्थ्य समिति मुंबई व्दारा टेलिफोन पर ही मंजूरी दिए जाने के पश्चात 250 मरीजों की नि:शुल्क शल्यक्रिया की गई ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग व्दारा दी गई.
आयुष्मान भारत तथा महात्मा ज्योतिराव फुले जनआरोग्य योजना अंतर्गत गरीब जरुरतमंद मरीजों को शल्यक्रिया का लाभ दिया जाता है. इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के मुख्यालय मुंबई से मंजूरी लिए जाना अनिवार्य रहता है.यह सभी प्रक्रिया इंटरनेट व्दारा पूर्ण की जाती है प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात मुंबई स्थित राज्य स्वास्थ्य समिति व्दारा अप्रुवल प्राप्त होने के पश्चात ही नि:शुल्क शल्यक्रिया का लाभ लाभार्थियोंं को दिया जाता है.
पिछले 13 नवंबर से शहर में संचारबंदी के चलते इंटरनेट सुविधा भी बंद कर दी गई थी. जिसमें मरीजों के संदर्भ में इंटरनेट से जानकारी भिजवाने में दिक्कतें आ रही थी. दिक्कतों के चलते जिलाधिकारी पवनीत कौर तथा जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम के मार्गदर्शन में मुंबई स्थित राज्य स्वास्थ्य समिति के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधाकर शिंदे को शहर में इंटरनेट बंद होने की जानकारी दी गई इस पर डॉ. शिंदे के मार्गदर्शन में टेलिफोन के माध्यम से प्राथमिक स्वरुप से मरीजों की नि:शुल्क शस्त्रक्रिया को मंजूरी दे दी गई. मंजूरी दिए जाने के पश्चात 250 मरीजों की नि:शुल्क शल्यक्रिया की गई.

पांच अस्पतालों में की गई शल्यक्रिया

शहर के पांच अस्पतालों में मरीजों की विविध रोगों पर नि:शुल्क शल्यक्रिया की गई. जिसमें देशमुख नेत्र अस्पताल, डॉ. मुरके चिल्ड्रन हॉस्पिटल, जिला सामान्य रुग्णालय, सुरपस्पेशालिटी अस्पताल तथा संत अच्युत महाराज हार्ट अस्पताल का समावेश है. इन अस्पतालों में एंजोप्लास्टि, बायपास सर्जरी, आंखो की शल्यक्रिया, हड्डीयों की शल्यक्रिया आदि 250 शल्यक्रिया पिछले चार दिनों में सफलातापूर्वक की गई.

पहली बार इंटरनेट के बगैर नि:शुल्क शल्यक्रिया

इंटरनेट के बगैर पहली बार आयुष्मान भारत तथा महात्मा ज्योतिराव फुले योजना अंतर्गत प्रक्रिया पूर्ण कर जिलाधिकारी तथा जिलाशल्य चिकित्सक के माध्यम से लाभार्थी मरीजों की शल्यक्रिया की गई. जिलाधिकारी तथा जिलाशल्य चिकित्सक व्दारा राज्य स्वास्थ्य समिति मुंबई के डॉ. सुधारकर शिंदे को शहर में इंटरनेट सुविधा न होने की जानकारी दी गई थी. मरीजों की शल्यक्रिया हेतु डॉ. शिंदे ने टेलिफोन पर ही मंजूरी प्रदान की. जिसमें शहर के पांच अस्पतालों में 250 मरीजों की शल्यक्रिया की गई.
– डॉ. सचिन सानप,
जिला समन्वयक महात्मा ज्योतिराव फुले जन स्वास्थ्य योजना

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