अमरावतीमहाराष्ट्र

आदिवासी विद्यार्थियों का ‘नीट’ व ‘जेईई’ निशुल्क प्रशिक्षण केवल कागजों पर

अमरावती /दि.31– अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को अभियांत्रिकी (जेईई) व वैद्यकीय (नीट) की प्रवेश परीक्षा के संदर्भ में मार्गदर्शन मिले इस हेतु सरकार ने 8 जून 2023 को विशेष योजना घोषित की थी. जिसके तहत नामांकित निजी प्रशिक्षण संस्था के सहयोग से आदिवासी विद्यार्थियों को दो वर्ष निशुल्क मार्गदर्शन दिया जाना था. परंतु यह योजना केवल कागजों पर ही चल रही है और आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी इस योजना से अनभिज्ञ है. जिसके चलते करीब 480 आदिवासी विद्यार्थी इस योजना के लाभ से वंचित रहने की सनसनीखेज जानकारी सामने आई है.
बता दें कि, आदिवासियों के अधिकार हेतु आंदोलन करने में सदैव आगे रहनेवाले ‘ट्रायबल फोरम’ नामक संगठन ने सरकार के साथ बार-बार पत्रव्यवहार करते हुए नीट व जेईई पात्रता परीक्षा की तैयारी हेतु योजना तैयार करने की मांग की थी. जिसकी दखल लेकर राज्य सरकार ने 4 करोड 80 लाख रुपयों की योजना तैयार की थी. परंतु इस योजना पर अब तक अमल नहीं हुआ है. आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत प्रत्येक अपर आयुक्त कार्यालय स्तर पर सरकारी आश्रमशाला, अनुदानित आश्रमशाला व एकलव्य मॉडल निवासी शाला में से किसी भी एक शाला में नीट व जेईई परीक्षा की तैयारी करवाने हेतु एक-एक कक्षा शुरु करने का प्रावधान इस योजना के तहत है.

* मुफ्त प्रशिक्षण योजना हेतु प्रवेश परीक्षा
इस योजना के तहत निशुल्क प्रशिक्षण हेतु विद्यार्थियों का चयन करने के लिए प्रवेश परीक्षा ली जानी थी. इस प्रवेश परीक्षा की प्रश्नपत्रिका राष्ट्रीय प्रज्ञाशोध परीक्षा की तर्ज पर तैयार की जानी थी.
– राज्य में एक ही समय पर प्रवेश परीक्षा लेकर अंतिम गुणवत्ता सूची में प्रवेश परीक्षा के प्राप्त गुणों के 50 फीसद व कक्षा 10 वीं में प्राप्त गुणों के 50 फीसद भारांश को ग्राह्य माना जाना था.
– गुणानुक्रम अंतिम गुणवत्ता सूची व प्रतीक्षा सूची नाशिक कार्यालय के स्तर से प्रकाशित की जानेवाली थी.

* अपर आयुक्त कार्यालय स्तर पर विद्यार्थियों का चयन
– प्रत्येक अपर आयुक्त कार्यालय के स्तर पर प्रति वर्ष वैद्यकीय व अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम प्रवेश की तैयारी करने हेतु 30-30 प्रशिक्षणार्थियों की एक-एक कक्षा तैयार करते हुए कक्षा 11 वीं के लिए 60 विद्यार्थियों का चयन किया जाना था.
– प्रथम वर्ष हेतु प्रत्येकी 30 प्रशिक्षणार्थियों की कक्षा तथा कक्षा 11 वीं व 12 वीं की दोनों कक्षाओं हेतु कुल 480 विद्यार्थियों का चयन किया जाना है. परंतु अमरावती, नागपुर, ठाणे व नाशिक इन चारों अपर आयुक्त कार्यालय स्तर पर इस योजना के अमल हेतु कोई पत्रव्यवहार नहीं हुआ.

* नामांकित निजी शिक्षा संस्था द्वारा प्रशिक्षण का प्रावधान
– नामांकित निजी शिक्षा संस्था के सहयोग से दो वर्ष के लिए नीट व जेईई प्रवेश परीक्षा मार्गदर्शन कार्यक्रम 480 प्रशिक्षणार्थियों के लिए चलाया जाना है. इस हेतु 4 करोड 80 लाख रुपए का प्रावधान भी किया गया है.
– प्रति विद्यार्थी, प्रति वर्ष 1 लाख रुपए की फीस निजी शिक्षा संस्था द्वारा तय की गई है. जिसमें व्याख्याताओं के मानधन, स्टडी मटेरियल, नोटस्, टेस्ट सीरिज, वर्तमान पत्र, मासिक, पुस्तक व स्टेशनरी की आपूर्ति सहित अन्य जरुरी खर्चों का समावेश है.

* निशुल्क प्रशिक्षण योजना हेतु सरकार की ओर से अब तक कोई मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हुआ है. हालांकि, ऐसा कोई मार्गदर्शन मिलने पर आदिवासी विद्यार्थियों को नामांकित निजी शिक्षा संस्था के जरिए नीट व जेईई का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
– जितेंद्र चौधरी
अपर आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग, अमरावती.

 

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