अमरावती

मिशन थायरॉईड अंतर्गत अब निःशुल्क उपचार

जिले में वर्षभर में 65 हजार महिलाओं को थायरॉईड

माता सुरक्षित अभियान
अमरावती/दि.17 थायरॉईड यह एक ऐसी समस्या है, वह जिसे हुई, उस व्यक्ति को ही मालूम नहीं होती. यह बीमारी महिलाओं में बड़े पैमाने पर दिखाई देती है. जिले में वर्षभर में 65 हजार महिलाओं को थायरॉइड की समस्या दिखाई दी है. माता सुरक्षित घर सुरक्षित अभियान अंतर्गत मिशन थायरॉईड के माध्यम से जिले की 88 हजार 334 महिलाओं की थायराईड जांच की गई है.
गर्भवती महिलाओं में व प्रसूति के बाद पहले तीन महिने की कालावधि में थायरॉइड की समस्या दिखाई देती है. थायरॉईड यह शरीर के गले के भाग में तितली के समान आकार की एक ग्रंथी होती है. इस ग्रंथी से कुछ संप्रेरक स्त्राव में, मेंदू, हृदय, स्नायू व अन्य अवयवों का कार्य सुचारु रहे, इसके लिए यह संप्रेरक आवश्यक होते हैं. थायराईड ग्रंथी ऊर्जा का इस्तेमाल कर शरीर को उसे उबदार रखती है. यानि यह ग्रंथी शरीर के लिए एक प्रकार से बैटरी समान काम करती है. थायरॉईड से पीड़ितों के लिए अब शासन की ओर से मिशन थायरॉईड अभियान चलाया जा रहा है.
* महिलाओं को दखल लेना जरुरी
थायरॉईड की तकलीफ होने पर नियमित दवा का सेवन, वैद्यकीय जांच, उचित आहार एवं नियमित व्यायाम करना चाहिए. वर्ष में कम से कम एक बार थायरॉईड टेस्ट करवानी चाहिए. थायरॉईड सर्वाधिक महिलाओं में पाया जाता है. मात्र इसका धोखा 9 वीं-10 वीं पढ़ने वाली लड़कियों को भी है. छोटे बच्चों में भी थायरॉईड दिखाई देता है.
* अस्पताल में विशेष कक्ष
जिला सामान्य अस्पताल में गुरुवार को थायरॉईड ओपीडी मिशन थायरॉईड अंतर्गत जिला रुग्णालय में विशेष कक्ष शुरु किया गया है. हर रोज मरीजों की यहां जांच की जाएगी.
* शासन द्वारा निःशुल्क जांच
मिशन थायरॉईड अंतर्गत जिला सामान्य अस्पताल के ओपीडी में निःशुल्क जांच की जाती है. इस बीमारी से न घबराते हुए नागरिकों को इस सुविधा का लाभ लेना चाहिए. शासन की योजना अंतर्गत विविध रक्त जांच भी की जाती है.
– दिलीप सौंदले, जिला शल्य चिकित्सक, अमरावती

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