नर्सरी-केजी टू के विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश, पुस्तकें
मनपा ने स्वयं खर्च करने का लिया निर्णय
* 20 शालाओं में केजी टू तक की कक्षाएं
अमरावती/दि.12– महानगरपालिका की 13 शालाओं में 2022-23 के शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी माध्यम की पहली कक्षा शुरु की गई है. इस पहली कक्षा में केजी टू उत्तीर्ण करने वाले मनपा की शालाओं के विद्यार्थियों को सहज प्रवेश दिया जाएगा. अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी व पालकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शासन की ओर से निधी न रहते हुए भी मनपा ने स्वयं ही नर्सरी, केजी वन, केजी टू तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश सहित पुस्तकों का वितरण किया है. मनपा शिक्षण विभाग द्वारा 20 शालाओं में नर्सरी से केजी टू तक की कक्षाएं शुरु की गई है.
मनपा के अंग्रेजी माध्यम की शालाओं के पहली कक्षा में प्रथम वर्ष में 403 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है. विद्यार्थियों की पटसंख्या अंग्रेजी माध्यम के 13 शालाओं में कायम रहे, इसके लिए नर्सरी से केजी टू तक के वर्ग शुरु किये गये हैं. विद्यार्थियों के लिए आगे चलकर पूर्ण अंग्रेजी माध्यम की स्कूलें बढ़ेगी, यहीं इसका उद्देश्य है.
मनपा की शालाओं की नर्सरी, केजी वन, केजी टू कक्षा के विद्यार्थी सामान्य आर्थिक परिस्थिति के होते हैं. उन्हें उत्तम शिक्षण लेने के लिए प्रवृत्त करने के साथ ही उनमें शिक्षा के प्रति रुचि निर्माण हो, इस उद्देश्य से इन विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश, पुस्तकें दी जा रही है. इसके लिए शाला व्यवस्थापन समिति के खाते में निधि डाले जाने के साथ ही छोटे विद्यार्थियों के नाप के अनुसार उन्हें गणवेश सिलवाकर दिया जाएगा. इस उपक्रम से विद्यार्थियों के पालकों को दिलासा मिलेगा.
* मनपा शालाओं का दर्जा बढ़ाने का प्रयास
महानगरपालिका शालाओं का दर्जा बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इसके अंतर्गत ही विविध योजनाओं को मनपा आयुक्त की सहमति से पूर्ण किया जा रहा है. इसके लिए उत्तम शिक्षकों की नियुक्ति किये जाने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है. वहीं विद्यार्थियों के लिये खेलने की सुविधा की गई है. नर्सरी में पढ़ने वाले बच्चे खेल के साथ एबीसीडी व वन टू का पाठ पढ़ेंगे.
प्रोत्साहन सहित मदद का उद्देश्य
गरीब विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही उन्हें मदद के रुप में मनपा द्वारा निःशुल्क गणवश व पुस्तकें दी जा रही है. जिससे विद्यार्थियों सहित पालक भी शिक्षण के प्रति रुचि लेंगे.
– हर्षल गायकवाड़, अतिरिक्त आयुक्त, मनपा.