57 प्रश्नों की बौछार, सूतगिरणी और अतिवृष्टि पर ध्यानाकर्षण
वानखडे की विधानमंडल हेतु तैयारी
अमरावती/दि.5- विधानमंडल के शीतकालीन नागपुर सत्र की एक ओर प्रशासन जोरदार तैयारी कर रहा है, मुंबई से पूर्ण सरकारी तामझाम पखवाड़ेभर के लिए उपराजधानी नागपुर आने वाला है. ऐसे में जिले के विधायक और राजनेता भी तैयारी में जुटे हैं. विधायकों ने प्रश्नों और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों की सूची विधानमंडल सचिवालय को भेज दी है. उसी प्रकार सदन में उपस्थित किये जा रहे अपने क्षेत्र के विकास प्रकल्पों हेतु संसदीय आयुध तैयार कर देने की जानकारी अमरावती जिले के विधायकों ने अमरावती मंडल से बातचीत में दी. उसे आज से रोज प्रकाशित किया जा रहा है. पहले दर्यापुर के विधायक, कांग्रेस नेता बलवंत वानखडे के प्रश्नों और ध्यानाकार्षण पर जानकारी ली गई.
* सूतगिरणी पर ध्यानाकर्षण
ुवानखडे ने बताया कि दर्यापुर की सूतगिरणी शुरु कर श्रमिकों को रोजगार देने के साथ अतिवृष्टि के कारण किसानों के भारी नुकसान की भरपाई का मुद्दा भी वे सदन में उपस्थित करने जा रहे हैं. ऐसे ही पिछड़े वर्ग के अधिकारी-कर्मचारियों की पदोन्नति का विषय वे सदन में रखेंगे. घरकुलों के लिए दी गई अतिरिक्त राशि जल्द से जल्द लाभार्थियों को उपलब्ध कराने की मांग वे करने जा रहे हैं. फसल बीमा की राशि किसानों को अपर्याप्त रुप से मिली है. इसका भी विषय वे सदन में जोरशोर से उठाएंगे. इसके अतिरिक्त वानखडे ने 55 से अधिक प्रश्न की सूची विधानमंडल सचिवालय को भेज दी है. इन प्रश्नों में अमरावती और आसपास की कुछ घटनाओं को भी बलवंत वानखडे सदन में आवाज देने जा रहे हैं. जिसमें बडनेरा की एक शाला का विषय शामिल है. जिसमें बगैर गणवेश के कारण विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल बाहर किया गया था. जिला अस्पताल की किमोथेरेपी यूनिट में दवाओं का अभाव, शालेय पोषाहार का अनुदान प्रलंबित होने, संगणक परिचालक के चार माह से मानधन बकाया होने, जिले के 44 अध्यापक घरवापसी की प्रतीक्षा में होने, अमरावती शहर के राजापेठ में लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे का पुतला का अनावरण करने, 20 से कम पटसंख्या की 355 शाला बंद होगी क्या?, अंजनगांव तहसील अंतर्गत संतरा उत्पादक किसानों को क्षतिपूर्ति देने जैसे विषयों पर वानखडे ने प्रश्नों की झड़ी लगा दी है.
* प्रकल्पों को गति नहीं-बुंदिले
दर्यापुर के पूर्व विधायक रमेश बुंदिले ने आरोप लगाया कि, आघाडी सरकार के दौर में दर्यापुर की घोर उपेक्षा की गई. जनहित के प्रकल्पों को गति नहीं मिली. यहां के विधायक भी कुछ नहीं कर पाए. उनकी दृष्टि से अनेक परियोजनाएं निधि के अभाव में प्रलंबित हो गई हैं. अब सदन में विधायक महोदय क्या और कैसे विषय उठाते है, यह वे ही बताएंगे. पूर्व विधायक के रुप में बुंंदिले ने शिंदे-फडणवीस सरकार आने से अंजनगांव के चीनी कारखाने को उसी प्रकार सूतगिरणी को शुरु करने के बारे में पत्र लिखा हैं. ऐसे ही खेतोें की पगडंडी का काम भी तत्परता से होना चाहिए. बुंदिले के अनुसार सूअर, हिरन और नीलगाय के समूह बडे प्रमाण में फसलोंं को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में खेतों में कंपाउंड की नितांत आवश्यकता हैं. वह कन्शेशन रेट में किस तरह लगाए जाए, इस बारे में उन्होंने राज्य शासन को पत्र भेजा हैं. अतिवृष्टि के कारण किसानों का बडे प्रमाण में नुकसान हुआ, उसकी क्षतिपूर्ति भी किसानों को तुरंत देने की डिमांड उनकी राज्य सरकार से हैं. शकुंतला रेल मार्ग के ब्राडगेज में परिवर्तन को मंजूरी मिली हैं. वह जल्द से जल्द अमल में लाने के लिए बुंदिले ने प्रयास किए जाने की बात कही. उन्होंने फिर कहा कि दर्यापुर के विधायक जनअपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं. यहां विकास काम ठप पडे हैं.