अमरावती

इर्विन शवागार के फ्रिजर, एसी बंद

शवों में पड रही इल्लीयां

* स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की अनदेखी
अमरावती/दि.9– जिला सामान्य अस्पताल के शवागार में शव रखने के फ्रिजर विगत 3 महीने से बंद है. शवागार के एसी भी विगत 8 दिनों से बंद रहने से शवागार में शव रखने में भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. शवागार के फ्रिजर व एसी बंद पडने से शवागार में रखे शवों से दुर्गंध आ रही है. कुछ शवों में इल्लियां पड रही है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है.
जिला सामान्य अस्पताल के शवागार में हादसे, आत्महत्या व अन्य घटनाओं में मृत व्यक्तियों के शव पोस्टमार्टम के लिए रखे जाते है. इसी प्रकार लावारिश शवों को भी उनकी पहचान होने तक शवागार में ही रखा जाता है. शवागार में 4 शव रखने की क्षमता वाला 1 व 2 शव रखने की क्षमता वाले 2 ऐसे तीन फ्रिजर है. साथ ही एक एसी रुम है, जिसमें एक साथ 8 से 9 शव रखे जाते है. लेकिन यह सभी फ्रिजर विगत 3 महीने से बंद है. एसी रुम के दोनों एसी भी 8 दिनों से बंद पडे है. ऐसे में शवागार में रखे शवों पर इल्लियां पडकर शवों में भारी दुर्गंधि आ रही है. जिस पर मृतक परिजनों ने रोष व्यक्त कर इर्विन प्रशासन व स्वास्थ्य अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाये है. यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि, लाश रखने के तीन दिन बाद उसका खराब होना शुरु हो जाता है, ऐसे में शवागार में काम करना कठीन हो गया है.

* 8 घंटे तक बिजली गुल
जिला सामान्य अस्पताल के वार्ड नं. 10 में बिजली के अभाव में मरीज व परिजनों के हाल बेहाल है. जिला सामान्य अस्पताल में 8 घंटों तक बिजली गुल रही. जिससे मरीज व परिजनों को भीषण गर्मी में रहना पडा. जिला सामान्य अस्पताल में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से उपचार के लिए मरीज आते है. लेकिन यहां उपचार के स्थान पर उनका हाल हो रहा है, जिस पर मरीज परिजनों ने रोष जाहीर कर अस्पताल की बिजली आपूर्ति सूचारु रखने की मांग की.

* फ्रिजर दुरुस्ती के प्रयास शुरु
इर्विन के शवागार के फ्रिजर बंद है, पर्यायी विकल्प के रुप में यहां के एसी रुम में शव रखे जाते थे, लेकिन यह एसी भी बंद पड गये है. जिस पर संबंधित एसी सुधारने के लिए निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों को लगातार सुचनाएं दी गई है. फिर एक बार सुचनाएं देकर संबंधित फ्रिजर व एसी सुधारने का प्रयास किया जाएगा.
– डॉ. नरेंद्र सालुंके, निवासी जिला शल्यचिकित्सक

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