अमरावती

विदर्भ की काशी श्री लक्ष्येश्वर संस्थान की ओर से 5000 भाविको के घर महाप्रसाद पहुंचाया

मुर्तिजापुर/दि. 16 – मुर्तिजापुर तहसील के विदर्भ की काशी कहे जाने वाले क्षेत्र श्री लक्ष्येश्वर संस्थान लाखपुरी यहां पर हर साल महाशिवरात्रि महोत्सव बडे पैमाने पर मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोविड़-19 के संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने इस क्षेत्र को प्रतिबंधित किया था.इसलिए देवस्थान समिति ने महोत्सव यात्रा रदद कर दी थी.
श्री लक्ष्येश्वर मंदिर में भाविको की गर्दी न होने के लिए प्रशासन ने 3 दिन संचारबंदी लागू की थी. महाशिवरात्रि महोत्सव की परंपरा खंडित न करते हुए जमावबंदी आदेश का पालन हो इसलिए लक्ष्येश्वर संस्थान के सभी पदाधिकारी व समस्त सेवादारी इन्होंने बडे जवाबदारी से महाशिवरात्रि कार्यक्रम का आयोजन किया था.
महाशिवरात्रि के दिन श्री लक्ष्येश्वर संस्थान के विश्वस्त ने सुबह भगवान श्री लक्ष्येश्वर का अभिषेक और पूजन कर मंदिर को दर्शन के लिए बंद करवा दिया था और दूसरे दिन श्री लक्ष्येश्वर की भव्य मिरवणूक रद्रद करवा के श्री मंदिर को ही पद प्रदक्षिणा मारी गई.
महाशिवरात्रि के दिन हर साल भव्य महाप्रसाद का भी आयोजन किया जाता था. इस आयोजन की भाविको में बहुत ही चाहत होने से श्री लक्ष्येश्वर संस्थान के सभी सेवादारी इन्होंने रातभर जागते हुए पूरी भाजी और बूंदी के 5000 परिवार के साथ से पैकेट तैयार कर लाखपुरी में 700 घर और महाशिवरात्रि एवं श्रावण मास में महाप्रसाद के लिए योगदान देनेवाले मुर्तिजापुर दरियापुर के 300 परिवार को सुबह 11 बजे तक घरपोच महाप्रसाद दिया गया.
श्री लक्ष्येश्वर संस्थान में प्रशासन की ओर से प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित होने से और संचारबंदी लागू होने से इस साल महाप्रसाद नहीं मिलेगा इस आशा में भाविक रहने से उनके घर में महाप्रसाद पहुंचाने से सुखद आंनद महसूस किया. इस उपक्रम से लक्ष्येश्वर संस्थान के सभी सेवादारों का हर्ष उल्लास से स्वागत किया गया
कोरोना वायरस काल में श्री लक्ष्येश्वर मंदिर में भीड न करते हुए और महाशिवरात्रि यात्रा महोत्सव की परंपरा खंडित न करते हुए इस परंपरा को बरकरार रखते हुए महाशिवरात्रि यात्रा महोत्सव सादगी से मनाया गया. श्री लक्ष्येश्वर संस्थान के इस कार्यक्रम के मार्गदर्शन एवं सहकार्य करनेवाले प्रशासन, मुर्तिजापुर दरियापुर के पत्रकार बंधु और ग्रामीण पुृलिस स्टेशन सह ग्राम पंचायत लाखपुरी का श्री लक्ष्येश्वर संस्थान की ओर से आभार व्यक्त किया गया.

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