अमरावती

फलों की मिठास हुई महंगी

उपज व आवक घटने से दाम बढ़े

  • संक्रमण काल में मरीजों के लिए फलों की मांग बढ़ी

अमरावती प्रतिनिधि/ दि. 22- इस समय जहां एक ओर सभी लोग कोरोना वायरस के संक्रमण की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रकृति व मौसम भी कई तरह की समस्यायें खड़ी कर रहे हैं. मौसम एवं वातावरण में लगातार होते प्रतिकूल बदलावों की वजह से  इस बार सेब, मोसंबी, संतरा व अंगूर की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिसके चलते बाजार में इन फलों की आवक घटी है. वहीं इन दिनों मरीजों के लिए फलों की मांग में जबरदस्त तेजी है, जिसकी वजह से फलों के दाम आसमान छू रहे हैं.
बता दें कि अभी हाल ही में आंबिया बहार का संतरा खत्म हुआ है और इस समय बाजार में मृग बहार का संतरा आ रहा है. लेकिन मृग बहार की फसल भी प्रतिकूल मौसम की वजह से प्रभावित हुई है. इसके अलावा इस बार गत वर्ष की तुलना में मोसंबी की आवक भी घटी है. साथ ही साथ कश्मीर, ईरान, मलेशिया, न्यूजीलैंड व अमरीका से होनेवाली सेब की आवक भी कम हुई है. इसके अलावा इन दिनों कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी होने की वजह से वहां पर बड़े पैमाने पर कश्मीरी सेब की फसल बर्बाद हुई है. ऐसे में इन दिनों कोल्ड स्टोरेज में रखे कश्मीरी व शिमला सेब के पुराने स्टॉक को बाजार में बेचा जा रहा है. साथ ही प्रतिकूल मौसम की वजह से सातारा, मिरज, सांगली व मालेगांव से होनेवाली अंगूर की आवक भी घट गई है. लगभग यही स्थिति अमरावती, नागपुर, नांदेड, औरंगाबाद व जालना परिसर में मोसंबी के उत्पादन को लेकर भी है. उत्पादन घटने का सीधा असर बाजार में फलों की आवक पर पड़ा है. वहीं इन दिनों बाजार में विभिन्न तरह के फलों की जबरदस्त मांग है, जिसकी वजह से फलों की मिठास महंगी हो गई है. बता दें कि बाजार में इस समय संतरा 30 से 40 रूपये किलो, मोसंबी 40 से 50 रूपये किलो, अंगूर 80 से 130 रूपये किलो तथा सेब 150 रूपये किलो की दर पर बिक रहे हैं.

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