डॉ. कमलेशचंद्र वेतन कमेटी लागु करने सहित अनेक मांगो को पुरा करें
ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवक युनियन व नेशनल युनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवक ने दिया धरना
अमरावती/ दि. 10 – ग्रामीण डाक सेवको को 8 घंटे काम करने के बावजूद भी सिर्फ 4 घंटे का ही वेतन दिया जाता है. ओवर टाईम काम करने के बाद भी किसी तरह का वेतन नहीं दिए जाने व 8 घंटे के बदले 8 घंटे का वेतन देने व अन्य तरह की मांगों को लेकर आज गुरुवार को ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवक युनियन(एआईजीडीएसयु) व नेशनल युनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवक(एनयुजीडीएस) की ओर से प्रवर अधिक्षक डाकघर विभागीय डाक कार्यालय कैम्प के सामने धरना प्रदर्शन किया.
केंद्रिय शाखा नई दिल्ली व महाराष्ट्र सर्कल युनियन के आदेश के अनुसार पुरे देश भर में प्रत्येक जिले के विभागीय कार्यालय के सामने ग्रामीण भाग के कुल 1300 शाखा डाकघर में 260000 ग्रामीण डाकसेवकों ने आज धरना दिया. धरना के दौरान कहा गया कि कई वर्षो से ग्रामीण डाकसेवक भारतीय डाक विभाग में बहुत ही दुर्गम पहाड़ी भागों में इमानदारी से कम वेतन में अपने कार्य को कर रहे है.मगर आज भी इन्हें सरकारी कर्मचारी होने का दर्जा नहीं मिला है. सेवानिवृत्ती के बाद डाकसेवकों पर भुखमरी की नौबत आन पड़ती है. अनेको बार हड़ताल,धरना, भुखहड़ताल, करने के बाद भी केंद्र सरकार आश्वासन ही देती है. डॉ. कमलेशचंद्र वेतन कमेटी की शिफारीस अभी तक लागु नहीं की गयी है. आज भी डाक सेवकों से 8 से 12 घंटे लिया जा रहा है.मगर उन्हें सिर्फ 4 घंटे का ही पगार दिया जा रहा है. ग्रामीण डाकसेवकों को 8 घंटे के बदले 8 घंटे का वेतन, जीडीएस कर्मचारियों को नियमित कर्मचारी घोषित करने व विभागीय कर्मचारियों की तरह वेतन पर छुट्टी, किराया भत्ता, टीए/डीए, पेंशन मेडीकल सुविधा, शिक्षण भत्ता देने सहित डॉ. कमलेश चंद्र कमेटी की सभी सकारात्मत शिफारीस विभागीय कर्मचारियों की तरह टीआरसीए दि.1 जनवरी 2016 के बाद सिनीयर / जुनियर बंचिंग 12,24,36 प्रमोशन, ग्रुप बिमा, 5 लाख जीडीएस ग्रैज्युटी 5 लाख ,180 दिन अवकाश व वैद्यकीय सुविधा परिवार सहित,एडीबीएस वर्गणी 3 फिसद से 10 फिसद पेंशन सहित अनेक मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बताया गया कि अगर मांगे पुरी नहीं होती है, तो संगठन की ओर से आने वाली 12 सितंबर को रिजनल व सर्कल कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरणा, 4 अक्टुबर को एक दिवसीय लाक्षणीक हड़ताल, तथा मांगो पर ध्यान न देने पर 5 दिसंबर से अघोषित हड़ताल किया जाने की चेतावनी भी निवेदन में दी गयी. इस समय पी.एच.जयस्वाल, व्ही.ए.रीठे, एम.के. काजी, अशोक नांदुरकर, आर.एम.खोहरे. प्रकाश आजनकर, संजय लोखंडे, लक्ष्मीकांत पांडे, सुनिल तलकित, गजानन सालवण, संतोष चौधरी, चौसीफुद्दीन वहीदुद्दीन,मानसिंग कुटेमाटे, वामन बाबर, अमोल राऊत, दिपक वानखड़े, संजय सरोदे, नितीन देशमुख, राजेन्द्र माहोरे, अब्दुल सागीर, अ.अजीज शेख, लता नलकांडे, सहित ग्रामीण डाकसेवक उपस्थित थे.