अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – बेंबला नदी व मिलमिली नदी के तट पर बसे धामक गांव का पूरी तरह से पुनर्वास किया जाए, 15 दिन के भीतर पुनर्वास नहीं करने पर 15 सितंबर से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन करने की चेतावनी बेंबला प्रकल्प पीडितों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दी है.
निवेदन में बताया गया है कि नांदगांव खंडेश्वर तहसील में आने वाला धामक गांव बेंबला व मिलमिली नदी के तट पर बसा हुआ है. बारिश के दिनों में जब दोनों नदियों में बाढ आती है तो संपूर्ण गांव व घरों में 5 से 6 फीट पानी घुस जाता है. इस स्थिति में यहां रहने वाले लोगों को अपना घर छोडकर बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थल जाना पडता है. 50 से 60 वर्षों से यहां रहने वाले लोग विपदाओं का सामना कर रहे है. धामक गांव के 550 घरों में से 218 घर बेंबला प्रकल्प के डूबित क्षेत्र में आते है. साल 2001-2002 के जीएमआर के अनुसार सरकार व बेंबला संस्था ने संपादित की. 218 घरों को साल 2006-07 में मुआवजा मिला व 34 एकड खेत जमीन में 218 घरों को साल 2011-12 में पुनर्वास किया गया, लेकिन यहां पर कोई भी नागरी सुविधाएं उपलब्ध कराकर नहीं दी गई है. बेेंबला संस्था की लापरवाही के चलते बीते 20 सालों से प्रकल्प पीडित अनेक सरकारी योजनाओं से वंचित है. इसलिए सभी धामक ग्रामवासियों का नये सिरे से पुनर्वास किया जाए, 15 दिनों के भीतर यह प्रक्रिया पूरी नहीं करने पर 15 सितंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकाला जाएगा और इसके बाद यहीं पर बेमियादी अनशन करने की चेतावनी दी गई है. निवेदन सौंपते समय जमीर खान तैयब खान पठान, दिनेश सोनकुसरे, अमोल इंगले, रमेश नगराले, प्रवीण नगराले, वासूदेव राउत, फकिराचंद पवार, अनंता मारब्दे, मधुकर चव्हाण, महेंद्र सोनोेने, पुंडलीक सवाने, अक्षय रेरसकार, रमेश शर्मा, रविंद्र बेलाह, शंकर नागोसे, निती मेश्राम, साबीर खां हैदरखां पठान, प्रल्हाद, शेख युसूफ शे. खालीक, शे.रफीक शे.इशाक, विनोद तु बावणे, अ.सादीक अ.सत्तार, अफसर अहमद अन्सार अहमद, नाजीम खां नाजीर खां पठान, शे.इरशाद शे.करीम, सुधाकर नगरले, ज्ञानेश्वर भागडकर, कुष्णा मोहुर्ले, सज्जनदास, अंगत लस्करे, बजरंगदास लस्करे, जगदीश टेंभुर्णे, सुनील मेश्राम, हितेश नगराले, मोहन चव्हाण, सुमीत नगराले, हरिश्चंद्र चांदेकर, गोपाल तामखाने, गजानन तामखाने, सतीश बावणे, रमेश ढाले, पुष्पा ढाले आदि मौजूद थे.