नागपुर / प्रतिनिधि दि.27 – अयोध्या के भव्य श्री राम मंदिर के लिए मकर संक्रांति से शुरु हुआ निधि समर्पण आज शनिवार को पूर्ण होगा. विदर्भ का विचार किया तो 40 करोड का आंकडा काबिज किया गया है. उसमें उपराजधानी का हिस्सा 13 करोड का है.
मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा के बीच समूचे देशभर में निधि समर्पण कार्यक्रम लिया गया. शनिवार इस उपक्रम का अंतिम दिन है. विश्व हिंदू परिषद समेत संघ परिवार की सभी संस्था, संगठन इसमें कार्यरत है. इस बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए विहिप के विदर्भ प्रांत मंत्री गोविंद शेंडे ने कहा है. लोगों के आर्थिक सहभाग से मंदिर खडे रहना चाहिए,इस उद्देश्य से निधि समर्पण कार्य शुरु हुआ है. अब तक समूचे विदर्भ से 34 करोड रुपए संकलित हुए है. कुछ रकम, चेक अभी भी पाइपलान में है. जिससे यह आंकडा 40 करोड के करीब जाने की संभावना है. इसी तरह नागपुर से अब तक 10 करोड इकट्ठा हुए है. यह रकम 13 करोड के आसपास जाएगी, इस तरह का विश्वास है. आज शनिवार को अभियान खत्म होने के बाद इसका हिसाब लगाकर वह आंकडा घोषित किया जाएगा. इस समूचे अभियान के लिए विदर्भ के 10 हजार तथा नागपुर के 2500 स्वयं सेवक, कार्यकर्ता कार्यरत थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैंक में जमा किया चेक क्लिअर होने के लिए आठ से दस दिन लगते है. मंदिर निर्माण के लिए शुरु रहने वाली निधि समर्पण के माध्यम से 65 करोड लोगों तक पहुंचने का ध्येय रखा गया था. इसी का अर्थ औसतन 13 करोड घरो से संघ परिवार का सीधा संबंध आया है. पोद्दारेश्वर मंदिर से राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की उपस्थिति में शुरु हुए इस अभियान में शहर के हिंदू समेत मुस्लिम बंधुओं ने भी सहभाग लिया.
-
रामलल्ला का दर्शन 2025 में
बहु प्रतिक्षित ऐसे राम मंदिर के निर्माण को मकर संक्रांति से शुरुआत हुई है. पहिया डालने के लिए मिट्टी निकालने का काम शुरु हुआ है. बडी मात्रा में मिट्टी के ढेर लगे हुए है. 2024 के अंत में और 2025 में रामलल्ला के नये मंदिर में दर्शन होंगे.