हातुर्णा पुनर्वास में मौलिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए
पब्लिक पार्लमेंट ने जिलाधिकारी को दिया निवेदन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.९ – जिले के पेढी प्रकल्प में हातुर्णा ग्रामवासियों की जमीने व घर समा गये है. जिसके चलते हातुर्णा ग्रामवासियों का भातकुली तहसील के मलकापुर पांढरी के दरम्यान पुनर्वास किया गया. लेकिन हातुर्णा पुनर्वासितों को अब तक मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराकर नहीं दी गई है. पब्लिक पार्लमेंट में जिलाधिकारी को निवेदन सौंपकर हातुर्णा पुनर्वास में मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराकर देने की मांग की है. अन्यथा सरकार के खिलाफ तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.
निवेदन में बताया गया कि, पेढी प्रकल्प में हातुर्णा ग्रामवासियों के घर व जमीन समा गई है. ऐसे में हातुर्णा गांव में रहने वाले लोगों का पुनर्वास भातकुली तहसील के मलकापुर पांढरी के करीब किया गया. यहां पर घर बनाने के लिए प्लॉट भी बनाकर दिये गये. जिसके बाद इन प्लॉटों पर घर बनाकर ग्रामवासी रहने भी लगे है. लेकिन हातुर्णा पुनर्वास में सडके-नालियां व लाईट तो दुर पीने के पानी की भी सुविधा नहीं है. जिसके चलते यहा रहने वाले नागरिकों को लगभग 4 से 5 किलो मीटर दुर से मलकापुर, लोणटेक इन ग्रामीण क्षेत्रों से पानी भरकर लाना पड रहा है. हातुर्णा पुनर्वास में गंदे पानी के बहाड के लिए कोई भी प्रावधान नहीं है. जिसके चलते गांव में मच्छरों का प्रकोप बढ रहा है. जिससे मलेरिया, डेग्यू जैसी बिमारियां बढ रही है. हातुर्णा पुनर्वास में रात के समय रास्ते पर स्ट्रीट लाईट की सुविधाएं नहीं रहने से पूरे परिसर में अंधेरा छाया रहता है. इन दिनों बारिश जारी रहने से यहा पर जमीन पर रेंगने वाले किडे-मकोडे, साप-बिच्छूओ का भी प्रकोप बढ गया है. ऐसे में पुनर्वास क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों की जान भी खतरे में पड गई है. 15 दिन के भीतर हातुर्णा पुनर्वास में मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराकर दी जाए, अन्यथा सरकार के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया जाएगा.
निवेदन सौंपते समय पब्लिक पार्लमेंट के मुख्य संयोजक एड. सिद्धार्थ गायकवाड, श्रीकृष्ण तातड, फुजेल सैय्यद, धीरज मेश्राम, मीना नागदिवे, शिवा प्रधान, सुषमा मोरे, मीरा खंडागले, रुख्मा पारिसे, आशा राउतकर, वनिता शिंदे, बबीता आठोर, वर्षा दवले, उज्वला नीतराव, त्रिरोना वानखडे, मीना श्रृंगारे, गौतमा जामनीक, नरबडा हिवराले, मीरा गौरकार, संगीता कुरवंडे, रुपाली वानखडे आदि उपस्थित थे.