अमरावती

मणिबाई गुजराती हाइस्कूल में जी-लाइफ कार्यशाला का आयोजन

जिले की सभी तहसीलों से मुख्याध्यापक व शिक्षक हुए शामिल

अमरावती/दि.11 – देश में क्रियान्वित की जाने वाली नई शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक बदलाव सहित उनके सर्वांगिण विकास हेतु जो बदलाव सुझाए गए है, उसे ध्यान में रखते हुए मुलत: भारतीय रहने वाले और इन दिनों अमेरिका निवासी श्री नारायण चांडक ने विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास हेतु जी-लाइफ उपक्रम तैयार किया है. जिसके तहत विद्यार्थियों में नेतृत्व, ध्येय निश्चित, निपुनता, उद्यनशीलता व आत्मविश्वास बढाने वाले विविध कृतियुक्त वीडियो व संदर्भ साहित्य की निर्मिति की गई है. जिसका मणिबाई गुजराती हाईस्कूल के विद्यार्थियों व शिक्षकों द्बारा संयुक्त रुप से प्रयोग किया जाता है और इसके चलते विद्यार्थियों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव भी दिखाई दे रहा है. इस बात को ध्यान में रखते हुए मणिबाई गुजराती हाईस्कूल द्बारा प्रयोग में लाए जा रहे जी-लाइफ उपक्रम का लाभ तहसीलस्तर के विद्यार्थियों को भी हो, इस बात के मद्देनजर आज जिले की विभिन्न शालाओं के मुख्याध्यापकों व शिक्षकों हेतु मणिबाई गुजराती हाइस्कूल में जी-लाइफ कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें जिले की सभी तहसीलों में स्थित शालाओं के मुख्याध्यापकों व शिक्षकों ने बडी संख्या मेें हिस्सा लेकर इस उपक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त की. इस कार्यशाला के प्रारंभ में दी गुजराती एज्यूकेशन सोसायटी के अध्यक्ष सुरेशभाई राजा ने इस आयोजन को अपनी शुभकामनाएं दी. साथ ही संस्था सचिव हितेंद्रभाई धाबलिया ने प्रास्ताविक में बताया कि, जी-लाइफ उपक्रम मौजूदा समय की जरुरत है और राष्ट्र निर्माण के कार्य में सदैव अग्रसर रहने वाली मणिबाई गुजराती हाइस्कूल जी-लाइफ उपक्रम का विदर्भ क्षेत्र में प्रमुख केंद्र है. इस कार्यशाला में दी गुजराती एज्यूकेशन सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष दिलीपभाई पोपट, बाबाराव सार्वजनिक शिक्षा संस्था के अध्यक्ष राजाभाउ तलवेलकर, आशा चांडक, प्रदीप बिरादर, रुपेश पागे, डॉ. उदय देउसकर, विजय देउसकर, अनिता देउसकर, मणिबाई गुजराती हाइस्कूल की मुख्याध्यापिका अंजलि देव, उपमुख्याध्यापक अनिल पंजाबी, पर्यवेक्षक प्रवीण सावजी, उमा झां व सरिता गायकवाड प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
कार्यक्रम के प्रारंभ में शाला के संगीत शिक्षक धीरज शर्मा व उनकी टीम ने वंदे मातरम गीत प्रस्तूत किया. पश्चात सभी गणमान्यों का स्वागत शाल, श्रीफल व स्मृतिचिन्ह देकर किया गया. इस समय शाला की छात्राओं ने लघुनाटिका के जरिए जी-लाइफ का महत्व बताया. साथ ही शाला के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं व अभिभावकों ने अपने अनुभव विशद किए. इस समय आयोजित चर्चासत्र में गुरुकुल विद्यालय (भातकुली), श्रीमती द्बारकाबाई विद्यालय (सोनोरी), शिवराय विद्यालय (घाट लाडकी), शंकर विद्यालय (तलवेल), नूतन कन्या शाला (अमरावती), सीताबाई संगई विद्यालय (अंजनगांव सुर्जी), आईईएम गर्ल्स हाईस्कूल (परतवाडा), मणिबाई छगनलाल देसाई विद्यालय (आष्टी) इत्यादी शालाओं को मुख्याध्यापकों व शिक्षकों ने हिस्सा लिया. इस कार्यशाला में विशेषज्ञ मार्गदर्शन के तौर पर शाला की शिक्षिका सिद्धि मनियार व मृणाल देशमुख ने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में संचालन पारखी मैडम व आभार प्रदर्शन मुख्याध्यापिका अंजलि देव ने किया.

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