धारणी/ दि. १९- तहसील की गडगा व सिपना यह दोनों नदियां जीवनदायिनी मानी जाती है. बांध की दीवार के लिए और अन्य काम के लिए इस नदी का उपयेाग १२ माह के लिए होता है. इस साल २० दिनों से तापमान औसतन ४२ होने से दोनों नदियां सूख गई है. जिसका विपरित प्रभाव फसल पर तथा शादी समारोह पर हुआ है.
गडगा नदी पर मध्यम प्रकल्प उभारे जाने से और इस साल सूर्य का तापमान अधिक होने से गडगा नदी सूख गई है. गडगा नदी के किनारे नांदगांव, घुटी, मांडू, रोहणी खेड, ध्ाुवाघाट, खापरखेडा, गोंडवाणी आकी, राणीतबोली, नारीवाटी, गौरखेडा सहित सभी गांव के शादी समारोह प्रभावित हो गये है. गडगा नदी का वर्ष भर तक पानी बचाकर रखनेवाले पात्र भी सूख गये है. नहाना, कपडे धोना व प्राणियों को पानी पीना असंभव हो गया है. गडगा नदी का सूखा पात्र देखकर आदिवासी चिंताग्रस्त हो गये है.