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गाडगे नगर पुलिस कर रही जांच में टालमटोल

मृतक अशोक गावंडे के बेटे किरण गावंडे ने लगाया आरोप

* 16 मार्च को आर्चिड हॉस्पिटल के सामने हुआ था हादसा
* तेज रफ्तार दुपहिया ने मंडी सचिव अशोक गावंडे को मारी थी जोरदार टक्कर
* हादसे में घायल अशोक गावंडे की 18 मार्च को इलाज दौरान हुई थी मौत
* 20 दिन बाद भी दुपहिया सवारों का कोई अता-पता नहीं
* खूद किरण गावंडे ने दुर्घटना स्थल का लाकर दिया सीसीटीवी फूटेज
* फिर भी गाडगे नगर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई
अमरावती/दि.11 – विगत 16 मार्च को स्थानीय गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आर्चिड हास्पिटल के सामने सडक पार कर रहे नांदगांव खंडेश्वर के मंडी सचिव अशोक अजाबराव गावंडे को तेज रफ्तार दुपहिया वाहन चालक ने जोरदार टक्कर मारी थी. हादसे के बाद दुपहिया पर सवार दोनों युवक मौके से भाग गये थे. वहीं हादसे में बुरी तरह से घायल अशोक गावंडे को शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया था. जहां पर उनकी 18 मार्च को मौत हो गई थी. यह घटना घटित हुए 20 दिन के आसपास समय बीत चुका है. लेकिन गाडगे नगर पुलिस अब तक उस दुपहिया वाहन और उस पर सवार रहने वाले दोनों युवकों की तलाश कर पाने में नाकाम साबित हुई है. साथ ही गाडगे नगर पुलिस द्वारा एक तरह से इस मामले की जांच में टालमटोल की जा रही है. इस आशय का आरोप मृतक अशोक गावंडे के बेटे किरण गावंडे द्वारा लगाया गया है.
आज दोपहर अपने दर्द की फरियाद लेकर दै. अमरावती मंडल के कार्यालय पहुंचे किरण गावंडे ने बताया कि, उनके एक रिश्तेदार का उनके मामा प्रदीप ठाकरे का डॉ. ककरानिया के ऑर्चिड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. जिन्हें देखने के लिए उनके पिता अस्पताल गये थे. उस समय खुद किरण गावंडे ने अपने पिता अशोक गावंडे को ऑर्चिड हास्पिटल के सामने दूसरी ओर वाली सडक पर अपने दुपहिया वाहन से ले जाकर छोडा था और उनके पिता जब आधा रास्ता पार कर चुके थे. तब वह अपने घर जाने निकला. लेकिन थोडी दूर जाते ही उसे पीछे कोई हादसे घटित होने की आवाज आयी. तो वह तुरंत वापिस लौटा. उस समय उसने देखा कि, उसके पिता अशोक गावंडे लहुलूहान अवस्था में नीचे जमीन पर पडे हुए है और उनके सीर, नाक व कान से खून निकल रहा है. ऐसे में किरण गावंडे ने अपने पिता को तुरंत ऑर्चिड अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया. जिनकी स्थिति नाजूक रहने के चलते डॉ. ककरानिया ने अशोक गावंडे को रेडियंट अस्पताल में रेफर कराया. जहां पर दो दिन बाद 18 मार्च को उसके पिता अशोक गावंडे की मौत हो गई.
इसके साथ ही किरण गावंडे ने बताया कि, उसने अपने पिता की सडक हादसे में हुई मौत को लेकर गाडगे नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज करने के अलावा अब तक कोई काम नहीं किया है. यहां तक की पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज तक नहीं खंगाले. ऐसे में खुद उसने ऑर्चिड हास्पिटल के प्रवेशद्वार के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज निकालकर गाडगे नगर पुलिस को दिया. परंतु मामले की जांच कर रहे एपीआई बाबर ने इस फुटेज को बेकार बताते हुए कहा कि, वे इस मामले की जांच हेतु साइबर सेल की मदद ले रहे है. लेकिन इसके बावजूद भी अब तक गाडगे नगर पुलिस अशोक गावंडे को टक्कर मारकर मौत के घाट उतारने वाले दुपहिया चालक के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं कर पायी है. जिसका सीधा मतलब है कि, मामले के जांच अधिकारी एपीआई बाबर द्वारा इस मामले में हिलाहवाली करते हुए जानबुझकर टालमटोल की जा रही है. यह आरोप लगाने के साथ ही किरण गावंडे ने दै. अमरावती मंडल के जरिए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के नाम निवेदन किया है कि, मामले की सघन जांच कर तुरंत ही उसके पिता की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले दुपहिया वाहन चालक को गिरफ्तार किया जाये और उस वाहन चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये.

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