विदर्भ हेतु गेम चेंजर
अमरावती- / दि.9 विदर्भ के लिए गेम चेंजर साबित होने के दावे जानकार कर रहे हैं. महामार्ग पर वाहन तो फर्राटे से दौडेंगे ही चालक भी अद्भुत नजारों के साक्षीदार बनेंगे. मगर जानकारों से अमरावती मंडल ने बात की तो उन्होंने बताया कि, इस प्रकल्प से विदर्भ और मराठवाडा के किसानों की बडी समस्या दूर हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि, विदर्भ के किसान इस महामार्ग से सीधे मुंबई की पहुंच रखेंगे. 8-10 घंटे में अमरावती से मुंबई पहुंचा जा सकेगा. साफ है कि शाम को सफर शुरु किया सवेरे मुंबई पहुंचे. इससे यहां की फल और सब्जियों तथा अन्य उत्पादों को तेजी से मुंबई के मार्केट में पहुंचाने से अच्छे दाम मिल सकेंगे. किसानों को लाभ होगा. केवल फल और सब्जी की बात नहीं अन्य उत्पाद भी यहां से नाशिक, औरंगाबाद जैसे शहरों में तेजी से पहुंचाए जा सकेंगे.
टोल पर मिलें छूट
कम से कम खेती की सामग्री को समृद्धि महामार्ग से टोल में रियायत मिलने की संभावना भी जानकार देख रहे हैं. इससे किसानों को फायदा हो सकता हैं. आद्योगिक उत्पाद भी यहां से मुंबई के रास्ते देश-विदेश पहुंचाने का काम शीघ्रता से होगा. फलस्वरुप फायदा निश्चित हैं. नए उद्यम आने की संभावना बढ गई हैे, बल्कि अब क्षेत्र के जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी होगी कि लोकल कृषि उत्पादों पर आधारित उद्योग यहां अधिकाधिक संख्या में कैसे स्थापित किए जा सके.
फडणवीस को श्रेय
महाराष्ट्र के युवा मुख्यमंत्री रहे और अभी उपमुख्यमंत्री के रुप में कार्य कर रहे देवेंद्र फडणवीस ने समृद्धि हाईवे का ख्वाब देखा और उसे साकार करने में सत्तासीन होने के पहले दिन से ही जुट गए थे. इसलिए हाईवे का पूर्ण श्रेय उन्हें दिया जा सकता हैं. इसके लिए बहुत तीव्रता से जमीन अधिग्रहण की गई. फिर महामार्ग का निर्माण भी व्यापक विजन रख किया गया.