अमरावती

गांधीवाद और आंबेडकरवाद वैश्वीक संपदा

डॉ. सतीश तराल ने कहा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२९ – महात्मा गांधी और डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के विचार स्वभाव व कार्यशैली अलग-अलग थी. किंतु उनका कार्य भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति व राष्ट्र के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण था और वे परस्पर पूरक थे. महात्मा गांधी और बाबासाहब आंबेडकर भारत द्बारा विश्व को दी गई महान संपदा है ऐसा जेष्ठ लेखक सतीश तराल ने कहा.
डॉ. तराल मातोश्री विमलाबाई देशमुख महाविद्यालय अमरावती यहां डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 130 वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय स्वतंत्रता अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विषय पर बोल रहे थे. समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या छाया विघडे ने की थी. इस अवसर पर जेष्ठ लेखक सतीश तराल ने महात्मा गांधी व डॉ. बाबासाहब आंबेडकर इन दोनो महापुरुषों के कार्यो की जानकारी दी.
कार्यक्रम का आयोजन मराठी विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना तथा सांस्कृतिक समिति के संयुक्त तत्वावधान द्बारा ऑनलाइन पद्धती से किया गया था. समारोह का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रमुख डॉ. नंदा नांदूरकर ने किया तथा आभार सांस्कृतिक समिति समन्वयक प्रा. साधना मोहोड ने माना. इस समारोह का सभी विद्यार्थी, प्राध्यापक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने लाभ लिया. इस समय डॉ. डी.एस. ठाकरे, प्रा. गीता निर्वाण, अमोल गुडधे, प्रा. जे.डी. सांगोडे, डॉ. शर्मीला कुबडे, डॉ. कुमूदिनी चौधरी, साक्षी दुर्गे, कुणाल कमलापुरे उपस्थित थे.

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