पीआर पोटे पाटिल कृषि महाविद्यालय में गांडूल खाद उत्पादन प्रशिक्षण हुआ
कृषि उद्योजक ने गांडूल खाद विषय में मार्गदर्शन किया
अमरावती-/दि.८-प्राकृतिक संकट के कारण फसल पर विविध कीड व रोग, अस्थिर बाजारभाव आदि कारणों के कारण किसानों में खेती व्यवसाय विषय में नकरात्मकता निर्माण हो गई है. उसी प्रकार रासायनिक खादों का उपयोग अच्छी तरह से न करने से जमीन का उपजाऊपण कम हो गया है. उस अनुसार मानवी जीवन पर होनेवाला परिणाम हम देख रहे है. इसे टालने के लिए सेंद्रीय कृषि का उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. सेंद्रीय खेती में प्रमुख रूप से गांडूल खाद का उत्पादन तकनीकी ज्ञान इस विषय पर बीएससी कृषि अभ्यासक्रम अंतर्गत सत्र ६ व ८ में विद्यार्थियों केे लिए व्याख्यान आयोजित किए गये. इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से युवा नया सावंगा तहसील जिला अमरावती में युवा कृषि उद्योजक राहुल बेलसरे ने गांडूल खाद उत्पादन तकनीकी ज्ञान व उसका महत्व इस विषय पर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन किया.
प्रास्ताविक में भाषण में कृषि विद्या विभाग की प्राध्यापिका श्वेता गणवीर ने सेंद्रिय कृषि में गांडूल खाद का महत्व व उसकी उपयोगिता तथा सेंद्रीय कृषि प्रमाणीकरण इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. पशु संवर्धन व दुग्धशास्त्र विभाग के प्रा. उदय देशमुख ने प्रमुख व्याख्याता राहुल बेलसरे का परिचय करते समय अत्यंत प्रतिकुल परिस्थिति में उन्होंने शुरू किए गये गांडुल खाद उत्पादन प्रकल्प संबंध में जानकारी दी. पशुसंवर्धन व दुग्धशास्त्र विभाग के प्रा. उदय देशमुख ने प्रमुख व्याख्याता राहुल बेलसरे का परिचय देते समय अत्यंत प्रतिकुल परिस्थिति में उन्होंने शुरू की गई गांडूल खाद उत्पादन प्रकल्प संबंध में जानकारी दी.
कार्यक्रम के अध्यक्ष व महाविद्यालय के प्राचार्य पी.डी. देशमुख ने कहा कि सेंंद्रीय कृषि के माध्यम से विषारी माल को बडे प्रमाण में बाजार उपलब्ध होने का तथा मनुष्य जीवन में होनेवाले विपरित परिणाम को टालने के लिए सेंद्रीय खेती की ओर अग्रसर होना यह समय की आवश्यकता है. उसी प्रकार प्रत्येक विद्यार्थी को स्वयं के खेत में गांडूल खाद उत्पादन व तथा सेंद्रीय खेती के अनुसरून विविध घटको की निर्मिति कर विषमुक्त अन्न उत्पादन करने का प्रयास करे, ऐसा बताया. यह कार्यक्रम महाविद्यालयीन राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी प्रा. नितेश चौधरी व सहा. कार्यक्रम अधिकारी प्रा. श्रध्दा देशमुख व राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक के सहयोग से संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक व कर्मचारी, विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.