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नीलकंठ में गणेश उत्पत्ति, आजाद में कृष्ण जीवन, रुख्मिणी में केदारनाथ, न्यू आजाद में जयपुर महल

डेढ माह पहले ही गणेशोत्सव की तैयारी आरंभ

* शहरवासियोें को होंगे सुंदर झांकियों के दर्शन
अमरावती/दि.27- आगामी सितंबर माह में आ रहे गणेशोत्सव के लिए शहर के प्रमुख सार्वजनिक मंडलों में अभी से तैयारी आरंभ हो गई है. श्रेष्ठ परंपरा का निर्वहन प्रमुख मंडल नीलकंठ, आजाद, न्यू आजाद, रुख्मिणी, श्रीकृष्णपेठ मंडल कर रहें हैं. जिससे शहरवासियों को घर बैठे अनेक प्रमुख तीर्थस्थलों, प्रसिद्ध महल, गणेशजी के दर्शन होने वाले हैं. कोरोना के 2 वर्ष छोड दें तो बीते कुछ वर्षो से अंबानगरी का गणेशोत्सव भी पुणे, मुंबई, कोल्हापुर जैसे महानगरों की टक्कर का हो चला है. एक से बढकर एक सुंदर झांकियों और प्रसिद्ध गणपति मंदिरों की प्रतिकृति के दर्शनार्थ हजारों-लाखों भाविक उमडतें हैं. जिससे मंडल के पदाधिकारियों का भी उत्साह बढा है. वे भी चाव से झांकियां सजाते हैं. झांकियों के विषय भी विचार विनिमय कर तय होते हैं. बता दें कि इस बार हिंदू कैलेंडर वर्ष में पुरुषोत्तम मास का संयोग होने से गणेशोत्सव लगभग 20 दिन विलंब से आ रहा है. इस बीच शहर के दोनों-तीनों कुंभारवाडा और अन्य स्थानों पर मूर्तिकारों ने मूर्तियां गढने का कार्य की गति बढा दी है. पीओपी की मूर्तियों को राज्य शासन ने सशर्त मंजूरी दी है.
* श्रीकृष्णपेठ में धूमधाम से होगा उत्सव
श्रीकृष्णपेठ गणेशोत्सव मंडल ने अष्टविनायक गणपति की वर्ष दर वर्ष झांकियां सजाकर शहर और परिसर के लोगों में प्रतिष्ठा प्राप्त की है. उसी प्रकार ऋषिपंचमी को गणपति अथर्वशीर्ष पाठ की परंपरा भी बडी लोकप्रिय हुई है. बडी संख्या में महिला भाविक पाठ में श्रद्धापूर्वक सहभागी होती है. मंडल के कोमल बोथरा ने बताया कि इस बार की झांकी शीघ्र होने वाली बैठक में तय होगी. उत्सव निश्चित ही धूमधाम से और श्रद्धा से होगा. उल्लेखनीय है कि श्रीकृष्ण मंडल में नगर के अनेक गणमान्य तथा राजनेता भी सहभागी होते हैं.


* नीलकंठ में गणेश उत्पत्ति
बुधवारा स्थित नीलकंठ व्यायाम मंंडल का गणेशोत्सव गेट के भीतर उत्सव की बडी पहचान माना जाता है. इस बार मंडल ने गणेश उत्पत्ति की झांकी प्रदर्शित की जाएगी, ऐसी जानकारी अध्यक्ष दीपक गुल्हाने ने अमरावती मंडल को दी. उन्होंने बताया कि उत्सव की तैयारी आरंभ हो गई है. मंडल के उत्सव अध्यक्ष राजेंद्र शेरेकर हैं. उसी प्रकार पदाधिकारियों तथा प्रमुख कार्यकर्ताओं में सर्वश्री पंकज लुंगीकर, अंजिक्य असनारे, एड. विवेक बारलिंगे, प्रीतम भोरे, सौरभ केवले, पथिने, अनिल गुल्हाने, रमेश राजोटे, अनंत साउरकर, अद्धैत साउरकर और अन्य अनेक कार्यकर्ताओं का समावेश है.


* आजाद में कृष्ण जीवन, गोवर्धन पर्वत
बुधवारा के ही आजाद हिंद मंडल में इस बार कृष्ण जीवन तथा गोवर्धन पर्वत की झांकी बनाए जाने की जानकारी संजय मुचलंबे ने दी. उल्लेखनीय है कि मंडल के अध्यक्ष पद्मश्री प्रभाकर वैद्य हैं. उसी प्रकार पूर्व महापौर विलास इंगोले, किशोर फुले, दिलीप कलोती, दिलीप दाभाडे, ज्ञानेश्वर हिवसे, संजय मुचलंबे भी पदाधिकारी हैं. पूर्व सांसद अनंतराव गुढे, मनप उपायुक्त भूषण पूसतकर, शिवसेना नेता संतोष बद्रे, भाजपा नेता विवेक कलोती भी मंडल के प्रमुख कर्ताधर्ताओं में हैं. बाल वानखडे, मयूर जलतारे, प्रवीण चौधरी, विशाल काटे, नीलेश सराफ सहित अनेकानेक कार्यकर्ताओं की फौज आजाद मंडल में गणेशोत्सव को सफल बनाती आई है.


* न्यू आजाद में जयपुर महल
खापर्डे बगीचा स्थित विदर्भ के राजा गणपति के कारण पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध न्यू आजाद गणेश मंडल की विदाई शोभायात्रा में लाखों लोग उमडतें हैं. इस गणपति के प्रति विदर्भ के लोगों में अपार श्रद्धा हाल के वर्षो में देखी गई है. इस बार यहां विदर्भ के राजा के दिव्य दर्शन जयपुर महल में होंगे. महल की झांकी अजमेरा डेकोरेशन व्दारा यूपी, राजस्थान के कारिगरों से तैयार करवाई जा रही है. मंडल के प्रमुख कर्ताधर्ताओं में सर्वश्री दिनेश बूब, विनोद डागा, रमेश परमार, अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल, बाबूसेठ पोपट, दैनिक हिंदुस्थान के संपादक विलास मराठे, गोपाल धूत, बब्बू मोतीवाला, राजेश शर्मा चोटी और अन्य अनेक शहर के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ताओं का समावेश हैं.


* रुख्मिणी मंडल में केदारनाथ
श्री रुख्मिणी गणेशोत्सव मंडल पिछले 38 वर्षो से अंबानगरी वासियों हेतु विविध सुंदर झांकियां प्रस्तुत करता आया है. 39वें वर्ष में श्री केदारनाथ धाम मंदिर की प्रतिकृति प्रस्तुत की जाएगी. सायंसकोर मैदान पर यह मंडल स्थापित होता है. हजारों श्रद्धालु रोज दर्शन हेतु उमडतें हैं. मंडल के पदाधिकारियों में भूषण फरतोडे और अन्य का समावेश है. इस मंडल की स्थापना में तीन बार विधायक रहे शिवसेना नेता संजय बंड का प्रमुख रोल रहा है.

 

* चुनावी वर्ष का रहेगा प्रभाव
गणेशोत्सव सितंबर के तीसरे सप्ताह में आ रहा है. अक्तूबर, नवंबर में निकाय चुनाव होने की संभावना को देखते हुए जानकारों का अनुमान है कि इस बार उत्सव की छटा निराली रहेगी. निकाय चुनाव के इच्छुकों का उत्सव मंडलों में जोरदार सहभाग नजर आएगा. ऐसे ही राजनीतिक विषयों को लेकर भी झांकी, बैनर, पोस्टर हो सकते हैं.

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