कैदी साकार कर रहे शाडू की गणेश मूर्तियां
एक से दो फुट उंचाई की बनायी जा रही मूर्तियां
प्रतिनिधि/दि.२१
अमरावती-इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते सभी त्यौहारों पर अंकुश लग गया है. सार्वजनिक गणेशोत्सव पर भी नियमों की पांबदीयां लादी गई है. बावजूद इसके घरेलू गणेश मूर्तियों की डिमांड इस बार भी बरकारार रहने वाली है. इसके मद्देनजर जेल में सजा काट रह कैदियों ने शाडू मिट्टी का उपयोग कर गणेश मूर्तियां साकार करने का काम आरंभ किया है. जेल प्रशासन की ओर से अब तक ४५० से ५०० मूर्तियां तैयार की गई है. वहीं अब मूर्ति कलाकारों द्वारा मूर्ति पर रंगों का लेपन किया जा रहा है. यहां बता दे कि जेल में सजा काट रहे कैदियों को रोजगार मिले इसके लिए कौशल्य विकास कार्यक्रम के तहत जेल में विविध प्रकार के काम कैदियों को उपलब्ध कराए जा रहे है. बीते चार माह से जेल के १० कैदी गणेश मूर्तियां बनाने का काम कर रहे है. बीते वर्ष भी जेल में तैयार की गई गणेश मूर्तियोंं की डिमांड श्रद्धालुओं द्वारा की गई थी. जिसके चलते इस वर्ष ज्यादा मूर्तियां तैयार की गई है. इनमें दगडूसेठ हलवाई, लालबाग का राजा, सिंहासन पर विराजे गणराज, बाल गणेश सहित विविध प्रकार की आकर्षक गणेश मूर्तियां तैयार की गई है. आने वाले ८ से १० दिनों मे संपूर्ण मूर्तियां बिक्री के लिए तैयार की जाएगी. इसके बाद ८ दिनों पहले जेल के बिक्री केंद्र पर इन मूर्तियों की बिक्री शुरु होगी.
१ से २ फुट उंची बनायी जा रही मूर्तियां
सरकार की ओर से इस वर्ष सार्वजनिक गणेश मंडलों को बडेे आकार व ज्यादा उँचाई वाली गणेश मूर्तियों की स्थापना नहीं करने के आदेश दिए है. इसलिए जेल में भी तैयार की जाने वाली मूर्तियों की उंचाई १ से २ फुट तक ही रखी गई है. जेल में तैयार की गई मूर्तियों की अधिकंाश घरेलू श्रद्धालु करते है.
चार माह से चल रही मूर्ति बनाने की प्रक्रिया
शाडू मिट्टी का उपयोग कर गणेश मूर्तियां तैयार की जा रही है. बीते चार महिने से मूर्तियां बनाने की प्रक्रिया चल रही है. १० कैदी मूर्तियां बनाने का काम कर रहे है. आने वाले आठ दिनों में सभी मूर्तियां तैयार हो जाएगी.
-रमेश कांबले, जेल अधिक्षक