*धंतोली पुलिस ने किया मामला दर्ज
अमरावती /दि.04– मध्यवर्ती कारागृह में अपराधियों की टोलियों में शुरू खुन्नस के बाद अनेक टोली अब आमने सामने नजर आने से रक्तपात हो रहा है. जेल में बंद अपराधियों में फिर से गैंगवार भडक उठा है. गुंडा समीर अहमद सगीर अहमद ने कुख्यात चेतन सुनील हजारे पर जानलेवा हमला करने से जेल प्रशासन में खलबली मची हुई है. चेतन हजारे जख्मी होने पर उसका इलाज जेल के अस्पताल चल रहा है. जिसके कारण कुछ दिनों तक शांत रहने के बाद जेल फिर से चर्चा में आ गया है.
चेतन यह बाल्या बिनेकर हत्याकांड का आरोपी है. उसके विरुध्द चोरी, मारपीट, जबरी चोरी, दो दर्जन से ज्यादा अपराध है. उसे तडीपार भी किया गया है. समीर भी कुख्यात अपराधी है. दोनों ही न्यायालयीन सजा के अंतर्गत जेल में है. चेतन और समीर यह दोनों बडी गोल के बैरक क्रमांक तीन में रखा गया है. सोमवार की सुबह 5 बजे के आसपास जेल सिपाही दिनेश कुंजाम(40) यह बडी गोल परिसर में गस्त कर रहे थे. इस समय समीर ने टिन के धारदार पत्रे से चेतन की पीठ व हाथ पर वार किया. अन्य बंदी आमीर ने शोरशराबा किया. कुंजाम वहां जाने पर समीर ने चेतन पर हमला करने की जानकारी दिनेश को दी. दिनेश ने वायरलेस संदेश से बडी गोल की चाबी लाने कहा. रक्षक समीर शेख यह चाबी लेकर आया. अन्य अधिकारी भी वहां पहुंच गए. कारागृह रक्षक ने जख्मी चेतन हजार को जेल के अस्पताल में दाखिल किया. दिनेश ने धंतोली पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू की.
मुलाकात कक्ष में बनाया विडियो
कुख्यात शेखू के भाई सरोज का खून प्रकरण में पुलिस ने पवन हिरणववार व उनके साथी के विरुध्द मोक्का अंतर्गत कार्रवाई की थी. कुछ दिनों पूर्व पवन के विरुध्द एमपीडीए अंतर्गत तडीपार की कार्रवाई कर उसे जेल में बंद कर दिया गया. पवन यह जेल में रहते हुए उसकी मुलाकात उसके रिश्तेदार और मित्र ऐसे चार पहुंचे. मुलाकात कक्ष में पवन के साथ बोलते हुए उसने पवन के मोबाईल से विडियो बनाया. इस विडियो का इस्तेमाल धरमपेठ के दुकानदार के पास वसुली लेने के लिए किए जाने की चर्चा है. इस दौरान इस विडियो को व्हायरल होने से पुलिस व जेल प्रशासन की निंद उड गयी है. इस बारे में जेल प्रशासन ने धंतोली पुलिस को शिकायत की है.
जेल में अपराधियों की 30 गैंग
नागपूर जेल में पुणे, सातारा, कोल्हापुर, सोलापुर सहित राज्य भर के अनेक अपराधियों की गैंग के सदस्य है. इसके अलावा नागपुर के अपराधी भी यहीं बंद है. इन टोली के सदस्य में हमेशा ही विवाद होता रहता है. इनके बीच हुए विवाद के कारण किसी दिन जेल में किसी बडी दुर्घटना को नकारा नहीं जा सकता. जेल प्रशासन व्दारा समय पर सही उपाय न करने पर जेल के भीतर जेल ब्रेक सहित गंभीर रुप की घटना होने की भी शंका जताई जा रही है.