के.के.कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में गरबा उत्सव मनाया गया
कार्यक्रम अभिभावक और विद्यार्थी हुए थे शामिल
अमरावती/दि.22 – के.के.कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में 12 अक्तूबर को गरबा समारोह बडे ही हर्षोंल्लास के साथ आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में विद्यार्थी और अभिभावक शामिल हुए थे. स्कूल संचालक राम रेैना के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ था.
नवरात्रि के शुभ पर्व पर स्कूल की ओर से गरबा समारोह का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती तथा दुर्गा पूजा व वैदिक मंत्रोेंच्चार व्दारा किया गया. इस समय स्कूल का वातावरण भक्तिमय व मंगलमय हो गया था. इस कार्यक्रम में अभिभावक व विद्यार्थियों ने सहभाग लिया था. कार्यक्रम के शुरुआत में नवरात्रि का महत्व विशद किया गया. नवरात्रि उत्सव नौ दिनों का ही क्यों मनाया जाता है, इस विषय पर प्रकाश डाला. नवरात्रि में नौ रंगों के महत्व को भी बताया गया.
नवरात्र इस शब्द में नव अहोरात्रों (विशेष रात्रियों) का बोध होता है. इस वक्त शक्ति के नवरुपों की उपासना की जाती है. रात्रि शब्द सिध्दि का प्रतीक है. इन नवरात्रों में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति का संचय करने हेतू अनेक तरह के व्रत, संयम, नियम, यज्ञ, भजन, पूजन, योग-साधना करते हैं.
लोकप्रिय नृत्य के रुप में गरबा नृत्य मां दुर्गा की प्रतिमा या मां के लिए जलाई गई ज्योत के आसपास किया जाता है. यह नृत्य माता के गर्भ में जीवन का प्रदर्शन कराने वाला लौ का प्रतीक है. गरबा नृत्य के दरमियान मिट्टी के घडों में बने गोलाकार छेद जीवन चक्र को दशाते है. पूजन के पश्चात गरबा नृत्य की शुरुआत की गई. गरबा के दो राउंड रखे गए थे. पहला राउंड सामूहिक गरबा नृत्य का था. इसमें सभी उपस्थितों ने सहभाग लेकर वातावरण को मनोरंजक बनाया. गरबा का दूसरा राउंड नॉन स्टॉप राउंड रखा गया था.
गरबा महोत्सव हेतू एक हफ्ते से गरबा कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थी और पालकों के लिए किया गया था. स्कूल के नृत्य शिक्षक राहुल ने इस दरमियान सबको गरबा नृत्य सिखाया. इस गरबा उत्सव को सफल बनाने के लिए राहुल सर ने अथक प्रयास और कठोर मेहनत की. कार्यक्रम का आयोजन स्कूल के संचालक राम रैना के मार्गदर्शन में किया गया था. कार्यक्रम के दरमियान रैना सर ने ऑनलाइन उपस्थित रहकर सभी का उत्साह बढाया और सभी को नवरात्रि की शुभेच्छाएं दी और समारोह की प्रशंसा की. कार्यक्रम का संचालन स्कूल शिक्षिका पूजा ढोले, श्वेता सोलंके, सारिका गाडगे तथा माधवी काले ने किया. कार्यक्रम की सफलता हेतू प्राचार्य किशोर रेड्डी, उपप्राचार्य संगीता वानखेडे व सभी शिक्षकों ने अथक प्रयास किये.