अमरावती

कालाराम मंदिर का सक्करसाथ गुजराती मंडल का गरबा

एक राजाने दो-दो रानी झमकूडी रे....

* आयोजन का 76वां वर्ष, अमरावती मंडल मीडिया पार्टनर
अमरावती/दि.19– शहर के पुराने और पारंपरिक गरबा रास आयोजक मंडल सक्करसाथ गुजराती नवरात्री महोत्सव में इस बार भी रंग खूब जमा है. गरबा गीतों पर लाइव प्रस्तुति और नगाडा वादन पर युवा और वरिष्ठ दोनों ही आराधना स्वरुप गरबा कर रहे हैं. इस मंडल की अनेक विशेषताएं हैं. युवा वर्ग ने नए आयाम दिए हैं. जिसमें रास गरबा करने वालों पर पानी की फुहार का प्रयोग हीट हुआ है. थिरकने वालों का उत्साह, उल्लास दोगुना, कईगुना हो रहा है. आयोजन में मीडिया पार्टनर अमरावती मंडल है.

गरबा गीत गायक डॉ. प्रीतिबेन गोटी, किरीटभाई गढिया, कान्हा बगडाई और मंडल के अध्यक्ष दिनेश उर्फ भाई लाल सोमय्या प्रस्तुति दे रहे हैैं. एक से बढकर एक गरबा गीत के साथ नगाडा पर ताल से सैकडों युवा थिरक रहे हैं. एक राजाने दो-दो रानी झमकूडी रे झमकूडी…, जय अंबे जगदंबे मां…, कृष्ण भगवान हाल्यारे व्दारका ने…, ढोलिडा तूं एवो रे ताल वगाडरे, आज गरबा मा धूम मची जाए.. जैसे गीतों की प्रस्तुति के साथ उनमें गायकों व्दारा किए जाते प्रयोगों से अनूठा वातावरण बन रहा है. देर रात्री तक गरबा प्रेमी झूम रहे हैं.
इस मंडल की सबसे बडी विशेषता चांदी की अप्रतिम और मीनाकारी से सजाई गई देवी प्रतिमा है. उतनी ही सुंदर गरबी सजाई गई है. देवी मां के लिए प्रतिदिन हैदराबाद से भक्त भाविनभाई राजा फूलों की सुंदर, ताजा माला भिजवाते हैं. भाविनभाई स्वयं सिद्धहस्त गरबा गीत गायक हैं. सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता आयोजन को सफल सार्थक करने जी जान से जुटे हैं.

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