अमरावती /दि.12– जिले में विगत 15 दिनों से बेमौसम बारिश का दौर चल रहा है. इसके साथ ही विगत माह भी बेमौसम बारिश ने 3 से 4 दिनों तक जोरदार हाजिरी लगाई. जिसकी वजह से खेती किसानी का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ और सागसब्जी की फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई. जिसके चलते बाजार में सागसब्जी की आवक घट गई है और इस समय लहसून के दाम आसमान छू रहे है. इस वक्त बाजार में लहसून के दाम 320 से 360 रुपए प्रति किलो के आसपास चल रहे है. जिससे गृहिणियों के किचन के बजट गडबडा गया है. ऐसे में बाजार में मिलने वाले लहसून के तैयार पेस्ट से काम चलाना पड रहा है. क्योंकि लहसून की तुलना में लहसून का रेडिमेड पेस्ट अपेक्षाकृत तौर पर सस्ता पडता है.
बता दें कि, करीब एक सप्ताह पहले बाजार में हरि सागसब्जियों की आवक बडे पैमाने पर बढ गई थी. जिससे सब्जियों के दाम घट गए थे और सब्जियां सस्ती हो जाने के चलते आम नागरिकों को अच्छी खासी राहत मिलेगी. परंतु बदरीले मौसम और कुछ इलाकों में हुई बेमौसम बारिश की वजह से लहसून सहित प्याज, अद्रक, ककडी व गवार फल्ली की आवक घट गई. जिससे इन सभी सागसब्जियों के दाम बढ गए. जिसके चलते इस समय बाजार में जहां लहसून के दाम 320 से 360 रुपए प्रतिकिलो के स्तर पर जा पहंचे है, वहीं ककडी 40 रुपए व गवार फल्ली 80 रुपए प्रतिकिलो की दर पर विक रही है.
* बाजार में सब्जियों के दाम
लहसून 320 से 360 रु. प्रतिकिलो
अद्रक 160 से 180 रु. प्रतिकिलो
टमाटर 20 से 25 रु. प्रतिकिलो
गवार 80 रु. प्रतिकिलो
मेथी 80 रु. प्रतिकिलो
पालक 40 रु. प्रतिकिलो
ककडी 40 रु. प्रतिकिलो
फुलगोभी 40 रु. प्रतिकिलो
पत्तागोभी 40 रु. प्रतिकिलो
गाजर 50 से 60 रु. प्रतिकिलो
संभार 40 रु. प्रतिकिलो