पत्नी को बीच रास्ते दे दिया 1 किलो सोना, फिर बनाई लूट की कहानी!
मोती ज्वेलर्स के संचालक विक्की अनासाने का पुलिस ने किया भांडाफोड
* 5 दिनों तक पूछताछ चली, अचलपुर के पास कथित लूट की शिकायत
* ग्रामीण एलसीबी की बडी सफलता
अमरावती/दि.2 – यशोदानगर बायपास रोड स्थित मोती ज्वेलर्स के संचालक विक्की अनासाने के साथ अचलपुर जाते समय बीच रास्ते हुई एक किलो ग्राम सोने की लूटपाट का किस्सा बना बनाया निकला. ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा ने एसपी विशाल आनंद के कुशल मार्गदर्शन में 5 दिनों की लंबी दरयाफ्त (पूछताछ) के पश्चात स्वर्णकार विक्की अनासाने से कबूल करवा लिया कि, उसके साथ सोने की लूट हुई ही नहीं, बल्कि उसने तो अपनी पत्नी को बीच रास्ते बुलाकर 1 किलो सोना सौंप दिया था. आज दोपहर पत्रकार परिषद में एसपी विशाल आनंद और एलसीबी के निरीक्षक किरण वानखडे ने यह खुलासा किया और बताया कि, आरोपी अनासाने पर अब कौनसी धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया जाएगा, इस बारे में पडताल हो रही है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती में पहले ही व्यापार और उससे जुडे लोगों में लूटपाट की झूठी शिकायतें उजागर हुई है. यह भी बता दे कि, गत 27 जुलाई की शाम 65 लाख की सोने की लूट की घटना ने जिले में सनसनी मचा दी थी. पुलिस ने उसका सावधानी से और बारीकी से पूछताछ कर सच उजागर कर दिया.
* क्या हुआ था?
विक्की अनासाने ने पुलिस को खबर की थी कि, उसके साथ कार से अचलपुर जाते समय लूटपाट हो गई. उसकी कार बीच रास्ते बंद पड जाने के बाद यह घटना हुई. किसी ने कार में रखी एक किलो सोने के आभूषणों की बैग गायब कर दी. उसकी शिकायत पर पुलिस ने जांच पडताल शुरु कर दी थी. पूरे जिले में यह खबर जंगल की आग की तरह फैली और विशेषकर व्यापारी वर्ग में खलबली मची थी. तथापि पुलिस की पूछताछ में आरंभ में ही शक हो गया था कि, विक्की की लूट की स्टोरी थोडी बनावटी लग रही है.
* 5 दिनों तक पूछताछ
विक्की अनासाने ने पुलिस को बताया था कि, वह होलसेल रुप से आभूषण की विक्री करता है. इसलिए अचलपुर और अन्य नगरों और शहरों में जाता है. उस दिन भी वह घर से सोने का आभूषणों भरा बैग लेकर अचलपुर जा रहा था. बार-बार पूछने पर भी विक्की के उत्तर वैसे ही आ रहे थे. जिससे पुलिस ने हर एंगल से पडताल जारी रखी. पुलिस ने 28 जुलाई से 1 अगस्त तक अनासाने से पूछताछ की.
* इन एंगल पर दिया गया ध्यान
एसपी विशाल आनंद ने बताया कि, अनासाने ने अचलपुर कई बार जाने की बात कही थी. जबकि उसी दिन उसने रास्ता भटक जाने और नायरा पेट्रोल पंप के पास जाने पर कार बिगड जाने की शिकायत की थी. इस पर पुलिस को विश्वास नहीं हुआ. पुलिस का कहना था कि, कई बार अमरावती-अचलपुर आने-जाने वाला व्यापारी वर्ग का व्यक्ति मार्ग कैसे भूल सकता है? इस बात को ध्यान में रखकर पुलिस ने पडताल की.
* माल का बिल नहीं, कागज नहीं
पुलिस ने अनासाने से एक किलो सोने के जेवर का बिल मांगा, तो वह प्रस्तुत नहीं कर सका. कहा गया कि, सब व्यवहार कच्चे में होता है. कागज पर नहीं लिखा जाता. इस बात पर आज पत्रकारों द्वारा प्रश्न पूछने पर विशाल आनंद ने बताया कि, इस बारे में आयकर विभाग और जीएसटी विभाग अपने हिसाब से जांच पडताल करेगा.
* कार बिगडने पर भी हुआ शक
एसपी आनंद ने बताया कि, नई विटारा ब्रेजा कार के बिगडने और बंद हो जाने के विषय में भी संशय था. अनासाने ने पुलिस को बताया था कि, कार बंद पड जाने पर उसने मैकेनिक को फोन लगाया. जिन्होंने बैटरी के तार को चाभी से घसने की सलाह दी थी. जिसके बाद कार स्टार्ट हो गई. इस एंगल से भी जांच की गई. यहां भी अनासाने का झूठ पकडा गया.
* कोरोना के बाद से कर्जे में
अनासाने की स्टोरी पर विश्वास न करते हुए पुलिस की ग्रामीण अपराध शाखा ने एसपी आनंद के मार्गदर्शन में पूछताछ और पडताल जारी रखी थी. अंतत: गुरुवार को अनासाने ने कबूल कर लिया कि, उसने एक किलो सोना लूट की स्टोरी गढी थी. दरअसल वह कोरोना महामारी के बाद से आर्थिक दिक्कत में आ गया था. उस पर दो-ढाई करोड का लेन-देन चढ गया था. इसलिए उसने लूट की स्टोरी बनाई, ताकि उसके तकाजे करने वाले थोडे दिन उसे परेशान न करें. किंतु पुलिस ने उसका भांडा आखिर 5 दिनों में ही फोड दिया.
* इस टीम ने किया अनासाने का पर्दाफाश
अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत के मार्गदर्शन में निरीक्षक किरण वानखडे, निरीक्षक परतवाडा संदीप चव्हाण, एएसआई सचिन पवार, पीएसआई नितिन चुलपार, सागर हटवार, नितिन इंगोले, विठ्ठल वाणी, मूलचंद भांबुरकर, अंमलदार युवराज मानमोठे, रवींद्र वर्हाडे, स्वप्निल तंवर, सागर नाठे, शांताराम सोनोने, सचिन मिश्रा, शकील चव्हाण, बलवंत दाभने, गजेंद्र ठाकरे, रवींद्र बावणे, भूषण पेठे, पंकज फाटे, मंगेश लकडे, अमोल देशमुख, चंद्रशेखर खंडारे, सचिन मसांगे आदि ने विक्की अनासाने की स्टोरी का पर्दाफाश किया. टीम ने 22 जगह के सीसीटीवी फुटेज की सघन जांच की. इस पथक ने अपने आप को इस पडताल में झोंक दिया था. सराफा बाजार से ही गुपचुप रुप से अनासाने और उसके व्यवहार के बारे में पुलिस ने जानकारी एकत्र की और शिकायतकर्ता को विश्वास में लेकर उसकी बात और घटनाक्रम में पायी जा रही विसंगती के बारे में पूछताछ करने पर उसने सच उगल दिया.
* रास्ते में बेचा 35 ग्राम माल
एसपी आनंद ने बताया कि, अनासाने घर से एक किलो सोने के गहने लेकर निकला था. उसने रास्ते में किसी व्यापारी को 35 ग्राम माल बेचा. फिर आगे जाने पर उसने पत्नी को किसी स्थान पर बुलाया और सोने के गहने वाला बैग उसे दे दिया. श्रीमती अनासाने वह बैग लेकर घर लौट गई.
* एसपी की अपील
एसपी आनंद ने कहा कि, पुलिस के पास पहले ही ढेर सारे प्रकरण जांच में हैं. इसलिए इस तरह की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को नाहक गुमराह न करें. जांच पडताल में पुलिस का कीमती समय और परिश्रम जाया होता है. जबकि पुलिस लोगों के जानोमाल की सुरक्षा हेतु तत्पर है. आपकी चोरी 5 रुपए की हो, या 5 लाख की अथवा 5 करोड की पुलिस 100 प्रतिशत रिजल्ट देने का प्रयत्न करती है.