गृह मंंत्री की सुरक्षा के कारण मैदान दिया
साइंसकौर मैदान विभाग पर कलेक्टर का स्पष्टीकरण
* प्रश्नों की झडी, खडे हो गए पुलिस आयुक्त
अमरावती/ दि. 25- साइंसकोर मैदान विवाद को लेकर चुनाव अधिकारी और जिलाधीश सौरभ कटियार पर आज पत्रकारों ने प्रश्नों की बौछार कर दी तो बीच पत्रकार परिषद सीपी रेड्डी खडे हो गए. उनका कहना रहा कि एक जैसे प्रश्न पूछे जा रहे हैं. रेड्डी ने कलेक्टर और प्रशासन का बचाव करने का प्रयत्न किया. कलेेक्टर कटियार ने स्पष्ट किया कि देश के गृह मंत्री की सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने प्रहार की अनुमति रद्द करने का निर्णय किया. हालांकि प्रशासन ने यह स्वीकार किया कि दूसरा मैदान और अलॉट करने और इस बारे में प्रहार को सूचित करने में विलंब हुआ.
कलेक्टर और चुनाव अधिकारी सौरभ कटियार द्बारा आज दोपहर लोकसभा चुनाव के मतदान की तैयारियों की जानकारी देने पत्रकार परिषद आहूत की गई थी. जिसमें प्रशासन की तैयारियों का ब्यौरा और गत 16 मार्च से शुरू आचार संहिता दौरान की गई कार्रवाई एवं शिकायतों के निपटारे के विषय में विस्तृत ब्यौरा दिया गया. जब मीडिया के प्रश्नों की बारी आयी तो पत्रकारों ने साइंस्कोर मैदान अनुमति विवाद को लेकर सवालों की बौछार कर दी. इससे अमरावती का नाम खराब होने के सवाल दागे गये. उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा के लिए प्रचार सभा करने आए थे.
कलेक्टर कटियार ने स्पष्ट किया कि देश के गृह मंत्री की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई. इसी आधार पर प्रहार जनशक्ति पक्ष को दी गई मैदान की अनुमति रद्द कर वह मैदान गृह मंत्री की सभा के लिए उपलब्ध करवाया गया. इस पर और भी प्रश्न पूछे गये. कलेक्टर ने जवाब दिया कि केवल अमरावती में ऐसा नहीं हुआ है और भी जगह और जिले हैं. जहां विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा के लिहाज से इस तरह की अनुमति रद्द की गई हैं. मीडिया सवाल पर सवाल कर रहा था तब सीपी रेडडी प्रेस वार्ता में उठ खडे हुए. उन्होंने कहा कि एक जैसे प्रश्न किए जा रहे हैं. जबकि कलेक्टर जवाब दे चुके हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रहार जनशक्ति पक्ष ने साइंस्कोर मैदान बुक किया था. उसके नियमानुसार शुल्क जिला परिषद प्रशासन के पास जमा कराए थे. प्रहार के प्रत्याशी दिनेश बूब चुनाव लड रहे हैं. उनकी महा पदयात्रा वहां से निकाली जानी थी. जिसके कारण विवाद पैदा हो गया. प्रहार के पक्ष प्रमुख विधायक बच्चू कडू नूे मैदान पर जाकर प्रदर्शन किया. तब प्रशासन ने अनुमति रद्द करने का कारण स्पष्ट करते हुए प्रहार को उसकी पदयात्रा और सभा के लिए क्रमश: जिला स्टेडियम तथा नेहरू मैदान उपलब्ध करवाने की जानकारी दी. कडू ने इसे मान्य कर विवाद आगे बढने से रोका. मीडिया ने सवाल दागा कि प्रशासन के समय पर ध्यान न देने के कारण तनाव पैदा हो गया था ऐसे में कलेक्टर ने स्वीकार किया कि सूचित करने में देरी हुई.