अमरावतीमहाराष्ट्र

गवली समाज को सरकार ने घोषित की चार योजनाओं का लाभ दिया जाए

विधायक राजकुमार पटेल की जिलाधिकारी से मांग

* विविध विषयों पर करवाया ध्यान केंद्रीत
अमरावती/ दि.12-जिले के मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र में रहनेवाला गवली आदिवासी समाज परंपरागत खेती व दुग्ध व्यवसाय करता है. किंतु इन व्यवसायों से जुडी सरकारी सुविधाओं का लाभ अब इस समाज को नहीं मिल पा रहा. शासन द्बारा घोषित प्रमुख चार योजनाओं का लाभ उन्हें दिया जाए. ऐसी मांग करते हुए मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल ने मंगलवार को जिलाधीश कार्यालय पहुंचकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया.

जिलाधीश सौरभ कटियार के निजी कक्ष में हुई बैठक में राजकुमार पटेल ने कहा कि यशवंतराव चव्हाण मुक्त आवास योजना अंतर्गत मेलघाट में घुमंतू जनजाति है. जिसमें गवली, गवलान व अन्य जाति का समावेश है. इन समाज को अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. सामाजिक न्याय विभाग अंतर्गत विमुक्त जाति व घुमंतू जनजाति के लडकों के लिए जिले में नई आश्रमशाला की शुरूआत की. जबकि इसकी सर्वाधिक जरूरत मेलघाट के धारणी परिसर में है. आवश्यक उपाय योजना कर इस आश्रम शाला को धारणी में स्थानांतरित किया जाए. अथवा धारणी में नई आश्रमशाला को मंजूरी दिलाई जाए.

आदिवासी समाज की तरह गवली समाज के अधिकांश गांव वनपरिक्षेत्र, व्याघ्र प्रकल्प परिक्षेत्र में आते है. यहां पालतू जानवरों को चराई के लिए कम्पार्टमेंट दिए गये है. लेकिन ग्रीष्मकाल में यहां चारे की कोई व्यवस्था नहीं रहती. जिसके कारण गवली व अन्य समाज के लोगों को स्थानांतरण करना पडता है. इस दौरान कई बार स्थानीय नागरिकों का वन विभाग के अधिकारियों से विवाद होता है. इसलिए ग्रीष्मकाल की चारे की व्यवस्था करते हुए उन्हें पर्यायी व्यवस्था उपलब्ध् करवाए. जंगली जानवरों के हमले में घायल जानवरों के लिए शासन द्बारा मिलनेवाली आर्थिक सहायता में कमी आई है. अब शासन द्बारा गाय- भैस- बैल की मौत होने पर 25 हजार की बजाय 80 हजार, भेड बकरी के लिए 6 हजार की बजाय 20 हजार गाय- बैल-भैस दिव्यांग होने पर 7500 की बजाय 40 हजार, गाय-बैल- भैंस दिव्यांग होने पर 7500 की बजाय 40 हजार, गाय-भैंस- बैल-भेड बकरी घायल होने पर 2500 की बजाय 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाए, ऐसी मांग रखी गई. इसके अलावा कृउम सभापति ने भी समाज की समस्याओं को सामने रखा. जिलाधीश सौरभ कटियार ने इस संबंध में जल्द ही स्वतंत्र बैठक लेने का आश्वासन दिया.बैठक में गवली समाज के कार्यकर्ता जगदीश हेकडे, जगत शनवारे, संतोष चौहान, देवीदास कोगे, गजानन येवले, सोनू पठनकर,बाबूभाउ, नामदेव खडके, गजानन शनवारे, रामभाउ काले, काशीनाथ खडके, कृष्णा हेकडे, मनोज बेलकर के साथ अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.

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