विविध मांगो को लेकर गवली समाज ने किया आंदोलन
गवली समाज कृति समिति ने दिया शीत कालीन अधिवेशन में धरना
* मांगे पूरी नहीं होने पर दी तीव्र आंदोलन की चेतावनी
अमरावती/दि.25– गवली समाज की विविध मांगो को लेकर नागपुर में चल रहे शीत कालीन सत्र में गवली समाज कृती समिती व्दारा आंदोलन कर धरना दिया गया और समस्याओं से संबंधित ज्ञापन राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को सौंपा गया. इस धरना आंदोलन में नागपुर, अमरावती, गडचिरोली, गोंदिया, चंद्रपुर, यवतमाल, भंडारा, अकोला, धूलिया, मुंबई, सोलापुर, नांदेड तथा परभणी से आए समाज बंधुओं ने सहभाग लिया.
कृति समिति व्दारा मुख्यमंत्री फडणवीस को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि राज्य के सभी गवली समाज की अनेकों मांगे वर्षो से प्रलंबित है. जिस पर राज्य सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. अगर समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया तो तीव्र आंदोलन की भी चेतावनी निवेदन व्दारा दी गई है. गवली समाज की प्रमुख मांगो में जिले के मेलघाट में रहने वाले गवली समाज की उपजाती गवलान/ गवलवंश केंद्र के ओबीसी की केद्रिय सूची में समावेश किया जाए, महाराष्ट्र में गवली समाज का भटकी जाती के प्रवर्ग ब में समावेश है. उसे 2.5 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. जिसे बढाकर 5 प्रतिशत किया जाए, समाज के गवली समाज के पशु पालकों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाए. नॉनक्रिमीलेयर की शर्तो को शीथिल किया जाए अथवा उसे पूर्णताः रद्द किया जाए. किसानों की उपज को योग्य दाम दिए जाए, पद भर्तीयां बिंदू नामावली के अनुसार की जाए, छात्रावास में गवली समाज के बच्चों के प्रवेश के लिए अलग से कोटा दिया जाए. गवली समाज के लिए स्मशान भूमि में आवश्यक सुविधा व समाज भवनों के लिए जमीन उपलब्ध करवाई जाए, भटकी जाती प्रवर्ग ब में अब और जातियों का समावेश न करें. वनों में रहने वाले गवली समाज बंधुओं पर बाघ-शेर के हमले में घायल- मृत होने पर उचित मुआवजा तथा परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दें. इस प्रकार की मांगे ज्ञापन व्दारा की गई.
गवली समाज व्दारा किए गए धरना आंदोलन मंडप को मेलघाट के विधायक केवलराम काले, उमरेड के विधायक संजय मेश्राम ने भेंट दी. इस अवसर पर गवली समाज के नये संगठन व समस्त गवली विकास संस्था महाराष्ट्र राज्य का उद्घाटन गवली समाज के वरीष्ठ मार्गदर्शक प्रा. बाबासाहेब गलात, मुख्य संयोजक इंजि.अशोक भाले, प्रदेश कोषाध्यक्ष मदन साखारकर, प्रदेश महासचिव शैलेश हातबुडे, सभी प्रदेश उपाध्यक्ष, सलीम मिरावाले, विजय देशमुख, मनोहर मोरे, प्रभाकर देशमुख, प्रशांत हातबुडे, विनय साखरकर, दूधराम लोहंबरे, यादवराव लोहंबरे की उपस्थिती में किया गया.
धरना आंदोलन में महाराष्ट्र राज्य के विविध जिलों से आए पंडित राव चावरे, संतोष गायकवाड, मनोहर चोकोने, नाना खताडे, नंदा भाले, छाया गायकवाड, अनोखेलाल वाघमारे, चिरौंजीलाल खंडेलवाल, सचिन लंगोटे, रेशिम नाथ यादव, प्रा. मेटकर, रमेश पोहनकर, राकेश देशमुख, नाना पोहनकर, राजू साखरकर, अशोक देशमुख, संजय देशमुख, लोनेश्वर देशमुख, जगननाथ मराट, शंकर साठे, परशराम भड, कुंदन अवथडे, विजया पोहनकर, रेखा हतबुडे, तुषार नायकु, वसंतराव डोले, निलेश गलात सहित समाज के अन्य लोग भी बडी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का प्रास्ताविक शैलेश हातगुडे ने रखा तथा संचालन प्रभाकर देशमुख ने किया व आभार सलीम मिरावाले ने माना. धरना आंदोलन के दौरान प्रदेशाध्यक्ष अशोक भाले ने संगठन की नई कार्यकारिणी की घोषणा की.