अमरावतीमहाराष्ट्र

नरेंद्र वानखडे को सामान्य प्रशासन व योगेश पिठे को प्रशासन की जिम्मेदारी

पदोन्नति के बाद दोनों अधिकारियों को निगमायुक्त ने सौंपा कार्यभार

अमरावती /दि. 29– महानगरपालिका आस्थापना से पदोन्नति पर उपायुक्त की नियुक्ति मिलने पर योगेश पिठे को प्रशासन उपायुक्त पद सौंपा गया. वहीं नरेंद्र वानखडे को सामान्य उपायुक्त पद की जिम्मेदारी दी गई. परंतु पिछे के छुट्टी पर होने के कारण मुख्य लेखा परीक्षक श्यामसुंदर देव अभी भी ये जिम्मेदारी संभाल रहे है. पिठे के बुधवार को प्रभार संभालने की संभावना है. विदित हो कि, आयुक्त देवीदास पवार ने 17 मई को पिठे, वानखडे और डॉ. प्रकाश मेश्राम की पदोन्नति के आदेश दिए थे. 17 मई को मध्यांतर में ही इन्हें जॉईन करवाकर उपायुक्त सामान्य पद का कार्यभार सौंपने का आदेश 21 मई को निकाला गया. योगेश पिठे भी उपायुक्त पद पर है और 17 मई को जॉईन हो गए थे. ऐसे में उन्हें उपायुक्त प्रशासन पद का भार सौंपा गया. 21 मई को ही आदेश निकाल कर उन्हें इस पद को स्वीकार कर रिपोर्ट भेजने का कहा गया.

पदोन्नति से एस-20 वेतनश्रेणी में पहुंच गए शिक्षाधिकारी डॉ. प्रकाश मेश्राम के पास नरेंद्र वानखडे व योगेश पिठे की पदोन्नति से रिक्त हुए क्रमश: महिला व बालविकास अधिकारी और सांख्यिकी अधिकारी जैसे दो पदों का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया. वहीं मेश्राम की पदोन्नति से रिक्त हुए महानगरपालिका हिंदी कन्या माध्यमिक विद्यालय के मुख्याध्यापक पद का चार्ज सहायक शिक्षिका मंगला व्यास को सौंपा गया.

महापालिका के वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी पद यह अन्य ‘ड’ वर्ग महानगरपालिका के अनुसार एस-23 वेतनश्रेणी में लिया गया है. जबकि दोनों उपायुक्त पद एक-20 में है. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग एडीटीपी अनुसार सीधे आयुक्त के पास जाने की संभावना है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग एस-23 संवर्ग के अतिरिक्त आयुक्त के पास रहने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है. वहीं दस्तूरनगर के नए सहायक आयुक्त कौन होंगे, इस संबंध में कोई आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ है.

* पर्यावरण संवर्धन विभाग पद रिक्त?
नरेंद्र वानखडे और योगेश पिठे के पास रहे पदों का अतिरिक्त कार्यभार शिक्षणाधिकारी को डॉ. प्रकाश मेश्राम को दिया गया है. लेकिन महेश देशमुख के पदोन्नति से रिक्त हुए पर्यावरण संवर्धन विभाग का अतिरिक्त कार्यभार अभी तक किसी को नहीं सौंपा गया है. पर्यावरण अधिकारी व अतिरिक्त आयुक्त पद दोनों एस-33 में होने की वजह से पर्यावरण विभाग सीधे आयुक्त के पास रहने की संभावना के चलते विभाग प्रमुख का कार्यभार किसके पास रहेगा यह अब तक पता नहीं चला है.

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