अमरावतीमहाराष्ट्र

1 फरवरी को आम बजट, अमरावती के उद्योगों और कर सलाहकारों को बडी उम्मीदें

निर्मला सीतारामन से की जा रही अनेक अपेक्षाएं

* आयकरने छूट से लेकर अनेक प्रकार की राहत की आशा कर रहे सभी
अमरावती/दि.16– देश की खजांची निर्मला सीतारामन अपना रिकॉर्ड 8वां बजट अगली 1 फरवरी को प्रस्तुत करने जा रही है. ऐसे मेें उद्योग जगत और अमरावती के आम से लेकर खास सभी को बजट से भारी अपेक्षाएं हैं. जिसे व्यक्त करने के लिए लोगों ने अमरावती मंडल को अपनी आशाएं लिखकर भेजी है. वह जस की तस प्रकाशित करने का अमरावती मंडल का प्रयत्न है. बता दें कि, लोगों को कराधान में छूट के साथ-साथ जनसुविधाओं में बढोत्तरी की बडी आशा देश की महिला वित्त मंत्री से है. उनका यह भी मानना है कि, मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर ठीकठाक काम कर रही है. किंतु अभी भी अनेक बातें हैं. जिन पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है. महंगाई बढी है. उस अनुपात में आयकर छूट सीमा मध्यम वर्ग चाहता है. ऐसे ही मीडिल क्लास की एक अपेक्षा विभिन्न प्रकार के टैक्स में छूट की भी है. लोग तो आयकर छूट सीमा 15 लाख करने की आशा-अपेक्षा व्यक्त कर रहे हैं. अगले पखवाडे भर अमरावती मंडल जन-जन की देश के आम बजट को लेकर उम्मीदों को प्रकाशित करने वाला है. बेशक इसमें अमरावती जिले के विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ, उद्यमी, बिल्डर, विकासक, कर सलाहकार, समाजसेवी, रेल यात्री और सामान्य लोग भी अपनी राय व्यक्त करने वाले हैं.

* आयकर दरें कम की जाएं
2025 का केंद्रीय बजट: एक महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में, मैं चाहती हूं कि बजट 2025 भारत के विकास और समावेशिता को नई ऊंचाईयों पर ले जाए. मेरी कुछ प्रमुख अपेक्षाएँ हैं:1. आयकर दरों में कटौती: मध्यम वर्ग को राहत देने के लिए आयकर दरें कम की जाएं और कर छूट की सीमा बढ़ाई जाए.2. नई तकनीकों में कौशल विकास: एआई, ब्लॉकचेन और डीप टेक जैसी उभरती तकनीकों के लिए विशेष कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए जाएं.3. डीप टेक स्टार्टअप्स को पूंजी समर्थन: नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष फंड और निवेशकों को कर प्रोत्साहन दिए जाएं.4. पर्यटन क्षेत्र का विकास: देशभर में बेहतर पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिले.5. महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन: महिलाओं के लिए विशेष वित्तीय योजनाएं और डिजिटल वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम लागू किए जाएं. यह बजट देश के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को मजबूत करने वाला और समावेशी होना चाहिए.
– सीए नीता झंवर

* 80 सी की छूट 5 लाख होनी चाहिए
बजट 2025 एक आम भारतीय नागरिक की मूलभूत जरूरत है रोटी,कपड़ा,मकान और शिक्षा इस बजट से हमें ये उम्मीद ही नहीं पूरा भरोसा है की अबकी बार सरकार इस बात पर विशेष ध्यान देगी. उसी तरह इनकम टैक्स में 80सी के तहत टैक्स छूट को 1.50 लाख रुपए से बढ़ाकर 5.00 लाख रुपए कर दी जाए ताकी ओल्ड रेजीम और न्यू रेजीम का समान बेनिफिट टैक्स पेयर को मिल सके. इनकम टैक्स और जीएसटी प्रणाली को और भी सुलभ किया जाए. बहुत बार इनकम टैक्स और जीएसटी पोर्टल में सर्वर एरर होती है, इसे नियंत्रित किया जाए.आज के युग की जरूरत है सौर ऊर्जा. इस प्राकृतिक और मुफ्त ऊर्जा का भरपूर उपयोग कर हमारे दूसरे संसाधान जैसे कोयला,पानी आदि को बचाकर रखा जाय. स्टार्ट उप में सौर उद्योग और उपभोक्ता दोनों को विशेष लाभ मिल सके.सौर ऊर्जा के अनुदान की रक्कम 78000/- से बढ़ाकर 150000/- की जाए और इसकी लागत पर भी इनकम टैक्स में छूट मिल सके ऐसा प्रावधान किया जाए. हर विभाग चाहे सरकारी,निमसरकारी या निजी विभाग हो जिसका हेल्प डेस्क नंबर जरूर हो जो सक्रिय हो.
– सीए विनोद उत्तमचंदजी बोहरा

* मॉडल स्टेशन से बढायें टे्रनें
अमरावती का मॉडल रेल स्टेशन बढिया है. यात्री सुविधाएं लगातार बढ रही है. वहां लिफ्ट और अन्य सुविधाओं का इजाफा हो रहा है. फिर भी अमरावती से कई ट्रेनों की अपेक्षाएं यहां के लोग कर रहे हैं. मोदी सरकार ने धार्मिक पर्यटन को बढावा देने अनेक विशेष गाडियां चलाई है. अभी भी महाकुंभ प्रयागराज के लिए 13 हजार विशेष गाडियां देश के विभिन्न भागों से संचालित है. ऐसे में अमरावती के आम रेल यात्री की बजट अपेक्षाओं को व्यक्त करने का प्रयास कर रहे हैं. उसके अनुसार अमरावती से वैष्णोदेवी और जयपुर तथा दिल्ली ट्रेंन की आवश्यकता है. जयपुर टे्रन से राजस्थान जाने वाले अमरावती और पश्चिम विदर्भ के लोगों को लाभ हो सकता है. राजस्थान रुट पर भारी ट्रैफिक है. यहां से राजस्थान जाने वाली सभी गाडियां बारह महीने फुल चल रही है. उसी प्रकार उत्तर भारत को जोडने के लिए वैष्णोदेवी ट्रेन महत्वपूर्ण सिद्ध होगी. ऐसे ही अंबानगरी का सीधे वैष्णोनगरी से जुडाव हो जाएगा. अमरावती-मुंबई अंबा एक्सप्रेस भी जोरदार चल रही है. हमेशा फुल रहती है. ऐसे में मुंबई के लिए दुरंतों ट्रेन चलाई जाये, तो बेहतर होगा.
– पुरुषोत्तम राठी

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