शादी सामूहिक विवाह समारोह में करें और बचत के साथ 20 हजार प्राप्त करें
फिजुल खर्च और कर्ज से बचने समाज कल्याण विभाग की कन्यादान योजना
अमरावती/ दि. 21– विवाह समारोह पर भारी मात्रा में होनेवाले खर्च को कम करने के लिए तथा अनुचित प्रथा पर रोक लगाने के लिए मागासवर्गीय सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाता है. यह समारोह आयोजित करने के लिए सेवाभावी संस्थाओं को और उसमें शामिल दंपतियों को अनुदान देने के लिए शासन की तरफ से कन्यादान योजना चलाई जाती है. विवाह समारोह में फिजूल खर्च के कारण कर्ज में डूबे रहना और आर्थिक समस्या के संकट में आना आदि मामले देखे जाते है. इस कारण ऐसी बातों पर रोक लगाने के लिए अनुसूचित जाति , भटक्या जमाति तथा अन्य मागासवर्गीय व पिछडा प्रवर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर रहे परिवार के नवदंपतियों के लिए सेवाभावी संस्था द्बारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में विवाह करने के लिए यह योजना है.
* दो वर्ष से समारोह के आयोजन में कमी
कोरोना काल में भीड करने पर पाबंदी थी. इस कारण दो वर्ष तक सामूहिक विवाह समारोह आयोजित नहीं हुए. उसके पूर्व विविध संस्थाओं के माध्यम से सैकडों दंपतियों ने इस योजना का लाभ लिया रहने की जानकारी समाज कल्याण विभाग की तरफ से दी गई है.
* कैसी है योजना और इसकी शर्त
विवाह में भारी खर्च आता रहने से पालकों के सामने आर्थिक दुविधा रहती है. लेकिन सामूहिक विवाह समारोह में विवाह करनेवाले मागासवर्गीय दंपतियों को कन्यादान योजना से प्रोत्साहन अनुदान दिया जाता है. इसमें दंपति को 20 हजार तथा संस्था को 4 हजार रूपए अनुदान दिया जाता है. सामूहिक विवाह समारोह में शामिल होनेवाले दंपति मागासवर्गीय समाज के रहने चाहिए. शासकीय दाखिला दोनों में से एक के पास रहना चाहिए. सभी नियमों का उन्होंने पालन किया हो और आय की भी मर्यादा निश्चित की हुई है.
* 90 संस्था से 2874 दंपति को अनुदान
जिले में 10 वर्षो में 90 संस्थाओं की तरफ से 5181 दंपतियों का सामूहिक विवाह समारोह में विवाह हुआ है. इसमें से 2874 दंपतियों को ही 20 हजार रूपए प्रोत्साहन अनुदान प्राप्त हुआ है.
* आर्थिक संकट से बचने यह योजना
गरीब पिछडावर्गीय परिवारों को विवाह समारोह करते समय आर्थिक संकट का सामना करना पडता है. इस कारण कर्ज में डूबे रहने का प्रमाण बढा था. ऐसी बातों को कम करने के लिए सामूहिक विवाह समारोह में विवाह करनेवाले दंपतियों को प्रोत्साहन अनुदान देने के लिए कन्यादान योजना समाज कल्याण विभाग की तरफ से चलाई जा रही है.
माया केदार, सहायक आयुक्त,
समाज कल्याण विभाग