अमरावती

अस्थाई सुधार के बजाय स्थाई समाधान करें

विधायक खोडके ने दिए निर्देश

* मरीज कल्याण नियामक समिति की सभा
अमरावती/दि. १३– विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल अमरावती में विगत १२ वर्षों से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है तथा प्रतिवर्ष निधि भी उपलब्ध करायी जाती रही है. बावजूद इसके इस स्थान पर विभिन्न समस्याएं उत्पन्न होती हैं. आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए अनेक सुविधाओं के साथ-साथ रख-रखाव एवं मरम्मत के कार्यों की उचित योजना बनाकर आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करें. अस्थाई सुधार से काम नहीं चलेगा, इसलिए स्थाई समाधान कर सभी सुविधाएं पूर्ण करें, यह निर्देश विधायक सुलभा खोडके ने दिए. विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में बुधवार को मरीज कल्याण नियामक समिति की पहली सभा हुई. संभागीय आयुक्त तथा समिति की अध्यक्ष डॉ.निधि पांडे की अध्यक्षता में हुई सभा में प्रभारी जिलाधिकारी तथा समिति के सदस्य अविश्यांत पंडा उपस्थित थे. इस बैठक में वर्ष २०२१-२२ की वित्तीय योजना की समीक्षा की गई. सबसे पहले विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे ने पिछली बैठक के कार्यवृत्त के अनुसार स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी. अस्पताल के द्वितीय चरण भवन के मुद्दे पर चर्चा करते हुए विधायक खोडके ने लोक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न मरम्मत कार्यों में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त की. यह विशाल भवन, जिसे वर्ष २०१८ में अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था, कोविड काल में दो वर्षों के लिए उपयोग किया गया था. लिहाजा अब इस भवन में कैंसर, हृदय रोग और मस्तिष्क रोग जैसे अत्यावश्यक यूनिट शुरू करने की योजना है. लेकिन अभी भी कुछ तकनीकी मरम्मत के काम वहां पूरे नहीं हो पाए हैं, बारिश के मौसम में दिक्कतें पैदा हो रही हैं. लेकिन कार्य का एस्टीमेट तैयार नहीं होने का मुद्दा इस बैठक में उठा. विधायक सुलभा खोडके ने लोक निर्माण विभाग तुरंत एक अनुमान तैयार करें और इस तरह का प्रस्ताव प्रस्तुत करें. इस इस दौरान संभागीय आयुक्त एवं समिति की अध्यक्ष डॉ.निधि पांडे ने अस्पताल के अस्पताल प्रशासन के कार्यों पर संतोष व्यक्त किया. अब तक २० किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी सफलतापूर्वक करने के लिए पूरी टीम को बधाई. विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में ड्रेनेज से मानसून के दौरान सीवेज की समस्या हो रही है. यहां की नालियों के बहाव में भी कई खामियां पाई गई हैं. अत: संभावित मानसून को ध्यान में रखते हुए मरम्मत का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण कर विशेषज्ञ समिति का गठन कर समस्या का स्थायी समाधान करने के निर्देश डॉ.निधि पांडे ने दिए. इस समय प्रभारी जिलाधिकारी अविश्यांत पंडा ने भी संभावना व्यक्त की कि अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा के कार्यों के लिए जिला नियोजन से पालन कराएंगे, क्योंकि कभी-कभी डीपीसी से राशि उपलब्ध कराना मुश्किल होता है, ऐसे समय में तत्काल धन की आवश्यकता पड़ सकती है. सीएसआर फंड से पूरा किया जाएगा. मरीज कल्याण नियामक समिति की सभा में उप-संचालक आरोग्य सेवा अकोला डॉ. तरंग तुषार वारे के प्रतिनिधि सहायक संचालक-डॉ. मोहंमद असलम, सीएस डॉ. दिलीप सौंदले, समिती के सदस्य सचिव वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे, डॉ. मंगेश मेंढे, डॉ. अंजु दामोधरे, डॉ. निलेश पाचबुद्धे, धनश्री पाटील, तुषार काले, एस. एम. गोमकाले, संतोष वाडीभस्मे, तहसीलदार-ज्योत्स्ना खांडोकार, नितीन भोसले, अमोल वाडेकर, हरिदास सावले,अनंत पारसकर, विजय गाडे, भुपेंद्र जेवडे, पवन दबाने, संजय जंगले, कुंदन मातकर, शीतल बोन्डे, आशिष निखरे उपस्थित थे.

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