अमरावती/दि.8 – कोरोना महामारी का संक्रमण तेजी से बढ रहा है. शहरी क्षेत्र से लेकर तो ग्रामीण क्षेत्र तक सभी बस्तियों में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है. कोरोना से बचाव के लिए अनावश्यक भीड टाले, नियमित रुप से बार-बार हाथ धोए, मास्क का इस्तेमाल करे, सामाजिक दूरी बनाए रखे, सर्दी, गले में खराश, बुखार आदि प्राथमिक लक्षण दिखाई देनेे पर तुरंत अपना उपचार करवाए ऐसी सलाह पूर्व कृषि मंत्री तथा भाजपा किसान आघाडी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने नागरिकों को दी है.
पूर्व कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, प्राथमिक लक्षण दिखाई देने पर डरकर इसे छिपाए ना तुरंत शासकीय अस्पताल में जाकर आरटीपीसीआर जांच करे. आरटीपीसीआर की जांच की रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लगता है. किंतु शुरुआत से ही प्राथमिक उपचार शुरु कर सकते है. प्राथमिक उपचार में कोरोना वायरस की वजह से आने वाली सूजन कम की जाती है तथा शरीर की रोगप्रतिकात्मक क्षमता बढायी जाती है. जिसमें प्रथम 7 दिनों तक प्राथमिक उपचार शुरु रखे.
उपचार के दौरान भरपूर पानी पीए, सकस आहार ले, व्यायाम करें, प्रणायाम करे और आराम भी करे. प्राथमिक उपचार के दौरान अगर खांसी बढती है या दम फूलता है या फिर ऑक्सीजन लेवल कम होती है तो तत्काल अस्पताल से संपर्क करे. कोरोना महामारी 90 फीसदी गंभीर बीमारी नहीं है केवल 10 प्रतिशत ही लोगों में गंभीर लक्षण पाए जाते है. प्राथमिक उपचार तत्काल किए जाने पर इस बीमारी के गंभीर परिणाम को टाला जा सकता है. इस बीमारी मे मरीजों के परिजनों को अपना मनोबल कायम रखना पडेगा और इस महामारी पर निश्चित स्वरुप से मात की जा सकती है ऐसा विश्वास सभी को रखना होगा ऐसी सलाह पूर्व कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने दी है.