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अमरावती सहित विदर्भ में पाइप लाइन से पहुंचेगी घेरलू गैस

राज्य के 12 जिलों में बिछाई जाएगी भूमीगत गैस पाइप लाइन

* सांसद प्रफुल्ल पटेल के प्रयास रहे सफल, पालडोंगरी में साहित्य आपूर्ति का काम शुरु
अमरावती/दि.4- वर्ष 2013 में गैस एथारटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) कंपनी ने कॉम्प्रेस्ड नैचरल गैस के परिवहन हेतु मद्रास से उडिसा तक भूमिगत गैस पाइप लाइन का जाल बिछाने के संदर्भ में निर्णय लिया था. इस महत्कांक्षी प्रकल्प का लाभ विदर्भ क्षेत्र की जनता को मिले इस हेतु राज्यसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने संबंधित विभाग से सतत संपर्क जारी रखा और अब यह प्रयास सफल होते दिखाई दे रहे हैं. क्योंकि इस प्रकल्प को गेल ने अपनी मंजूरी दी हैं. जिसके चलते अब विदर्भ क्षेत्र के प्रत्येक घर में पाइपलाइन के जरिए रसोई हेतु गैस पहुंचाने का काम शुरु हो जाएगा. साथ ही पता चला है कि, इस काम को गति देने के लिए तिरोडा तहसील के पालडोंगरी स्थित डिपो में आवश्यक साहित्य की आपूर्ति का काम भी शुरु हो गया.
जानकारी के मुताबिक मुंबई, नागपुर, झारसुगुडा इस विस्तारित प्रकल्प के अतंर्गत विदर्भ क्षेत्र के तमाम जिलों में भूमिगत गैस पाइप लाइन के काम होने वाले है, जिसे लेकर सांसद प्रफुल्ल पटेल ने वर्ष 2013 में ही अपनी संकल्पना सामने रखी थी. उल्लेखनीय है कि बदलते समय के अनुरुप आधुनिक औद्योगिक विकास के काम भी तेज गती से बदल रहे है और औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियां भी आधुनिक तंत्र ज्ञान का उपयोग करते हुए साहित्य निर्मिती तथा निर्मित किए गए उत्पादनों की ढूलाई सहज और सरल तरीके से होने की दिशा में कदम उठा रही हैं. इसी बात के मद्देनजर वर्ष 2013 में गैस एथारटी ऑफ इंडिया लिमिटेडने गैस सिलेंडर की ढूलाई पर होने वाले श्रम व समय के खर्च को बचाने के लिए भूमिगत गैस पाइप लाइन का जाल बिछाने का निर्णय लिया था. इस प्राथमिक निर्णय में गुजरात से उडिसा राज्य तक 1540 किमी. प्रकल्प का प्रारुप तैयार किया गया था. जिसकी जानकारी मिलने के बाद राज्य सभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने इस महत्कांक्षी प्रकल्प का लाभ विदर्भ क्षेत्र के सभी जिलों को दिलाने हेतु प्रयास करने शुरु किए. जिसके चलते गेल कंपनी ने भूमिगत गैस पाइप लाइन प्रकल्प के पहले चरण को विस्तार देना मंजूर किया. इस प्रकल्प पर करीब 20 हजार करोड रुपए से अधिक का खर्च होना हैं.

राज्य में 963 किमी. भूमिगत पाइप लाइन का जाल
गैस एथारटी ऑफ इंडिया व्दारा भूमिगत गैस परिवहन के लिए पाइप लाइन का जाल बिछाना शुरु किया गया है और इस प्रकल्प के जरिए राज्य के 12 जिलों को जोडा जाएगा. जिसके तहत राज्य में कुल 963 किमी. लंबाई वाली भूमिगत पाइप लाइन डाली जाएगी. जिसमें से अमरावती में 74 किमी., वाशिम में 97 किमी., बुलढाणा में 87 किमी., नागपुर में 164 किमी, वर्धा में 61किमी, गोदिंया में 104 किमी तथा भंडारा में 26 किमी. लंबी पाइप लाइन डाली जाएगी. इसके अलावा ठाणे, नाशिक, औरंगाबाद, अहमदनगर व जालना जिलों से भी भूमिगत पाइप लाइन के जरिए जनता तक सीधे गैस पहुंचाई जाएगी. महाराष्ट्र के 12 जिलों को इस प्रकल्प के साथ जोडने के लिए 5 हजार करोड रुपए से अधिक की निधी खर्च होगी.

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