अमरावतीमहाराष्ट्र

घुईखेड- पंढरपुर पैदलवारी कल से

मंगलवार को घुईखेड में विशाल कार्यक्रम

* 21 जुलाई को पंढरपुर पहुंचेगी वारी
*संत बेंडोजी बाबा पालकी की 135वर्षो की परंपरा
अमरावती/दि.4– आषाढी वारी एक विशाल वारी है. आषाढी पूर्णिमा पैदलवारी का आयोजन चांदूर रेल्वे तहसील के घुईखेड स्थित श्री बेंडोजी बाबा संस्थान की ओर से किया गया है. पंढरपुर के लिए 4 जून को घुईखेड से पंढरपुर पैदलवारी का प्रस्थान होगा. यह दिंडी 21 जुलाई को पंढरपुर पहुंचेगी. 47 दिनों का यह सफर रहने वाला है. मंगलवार 4 जून को घुईखेड में विशाल कार्यक्रम होगा. इसके लिए अनेक नागरिक घुईखेड में आने वाले है.

श्री परमपूज्य ब्रह्मलीन श्री संत बेंडोजी बाबा संस्थान घुईखेड की कृपा आशीर्वाद से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी तीर्थक्षेत्र घुईखेड से पैठण, आलंदी से पंढरपुर पदयात्रा का 4 जून से 21 जुलाई के दौरान आयोजित किया गया है. 4 जून को घुईखेड से दिंडी रवाना होगी और 17 जून को पैठण में पहुंचेगी. जबकि 18 जून को श्रीक्षेत्र पैठण से दिंडी का प्रस्थान होगा व 28 जून को दिंडी आलंदी में पहुंचेगी. 29 जून को आलंदी से दिंडी का प्रस्थान होकर 21 जुलाई को दिंडी पंढरपुर में पहुंचेगी. 22 जुलाई को विकेणरी का पंढरपुर काला के पश्चात दिंडी वापस के प्रवास के लिए आलंदी की ओर रवाना होने वाली है. इस दौरान अनेक गांवों में दिंडी के निवास, नाश्ता, चाय व भोजन की व्यवस्था की गई है. श्री संत ज्ञानेश्वर माऊली रथ के पीछे की कुल 21 सम्मान की दिडियों में से सम्मान की दिंडी के तौर पर श्री संत बेंडोजी महाराज संस्थान, घुईखेड की दिंडी का 17वां क्रमांक है. इस रथ के पीछे विदर्भ प्रांत की जाने वाली घुईखेड की एकमात्र दिंडी है. श्री संत बेंडोजी महाराज संस्थान यह 1337 का है. यह वास्तु बहुत ही प्राचीन होने का इतिहास दर्शाती है. इस पैदल दिंडी समारोह की वारकरी संप्रदाय की यह परंपरा कुल 135 वर्षो से लगातार चली आ रही है. साथ ही 21वीं सदी में भी पैदल दिंडी समारोह की प्रथा आज भी अखंडता से सफलतापूर्वक हो रही है.

वारी में सहभागी होने पंजीयन कराए नाम
घुईखेड से पंढरपुर पैदल वारी में भक्तों को सहभागी होना है तो वे प्रथम अपने नाम का पंजीयन श्री संत बेंडोजी बाबा संस्थान, घुईखेड में कराएं. ऐसा आवाहन संस्थान के अध्यक्ष वसंतराव घुईखेडकर, विश्वस्त प्रवीणराव घुईखेडकर सहित अन्यों ने किया है.

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