अमरावती/दि.24 – स्थानीय हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की चाईल्ड लाइन के पदाधिकारियों ने डोंबारी का धोखादायक खेल खेलने से 11 वर्षीय बच्ची को रोका. बियाणी कॉलेज चौक के दुर्गा विहार में एक नाबालिग 11 वर्षीय बच्ची से धोखादायक तरीके से डोंबारी का खेल करवाये जाने की जानकारी हनुमान प्रसारक मंडल की चाईल्ड लाइन के पदाधिकारियों मिली. जिसके अनुसार चाईल्ड लाइन की टीम ने घटनास्थल पर पहुंची. जहां पर 11 वर्षीय बच्ची 10 फूट ऊंचे बांस पर बांधी गई रस्सी पर किसी भी प्रकार की सुरक्षा के बगैर चलकर दिखाने का कर्तब करते दिखाई दी व बच्ची की बुआ यह खेल देखने वालों से पैसे जमा कर रही थी.चाईल्ड लाईन के सदस्यों ने विलंब न करते हुए सबसे पहले बच्ची को रस्सी पर से नीचे उतार खेल को रोका व बच्ची से खेल करवाने वाली बच्ची की बुआ रुपाबाई राठोड व उसके साथी को ताबे में लिया.
बच्ची का समुपदेशन करने पर पता चला कि कोरोना महामारी के चलते घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उसके माता-पिता ने बच्ची को बुआ के पास रखा है. बुआ ने उसे निधीगांव, त. सदर, जिला आजमगढ़ उ.प्र. से अमरावती में डोंबारी का खेल खेलने के लिये लाने की बात पता चली. उसके बाद चाईल्ड लाईन के पदाधिकारियों ने बच्ची व उसकी बुआ सहित अन्य सदस्यों को ताबे में ले बालकल्याण समिति के समक्ष उपस्थित किया. समिति व्दारा बच्ची की बुआ रुपाबाई राठोड व उसके साथी को समझाते हुए उन्हें आगे नाबालिग बालकों से किसी भी प्रकार का धोखादायक खेल, कर्तब न करवाने व बच्ची को सुरक्षित उसके माता-पिता के पास ले जाने हेतु पत्र लिखवाया. इस मामले में बच्ची को छुड़ाकर उसे शोषण मुक्त करने वाली टीम में अमित कपूर, समुपदेशक सपना गजभिये, पंकज शिनगारे, अजय देशमुख, मीरा राजगुरे, शंकर वाघमारे, सुरेन्द्र मेश्राम, सरिता राऊत व चेतन वरठे का समावेश रहा.